पं. उदय शंकर भट्ट
देहरादून के घंटाघर के निकट प्राचीन महादेव हनुमान मंदिर लोगों का श्रद्धा और आस्था का केंद्र है। इस मंदिर की स्थापना 18वीं शताब्दी के मध्य यानी 1840 के आस-पास हुई है। लेकिन अभी स्थापना वर्ष की सटीक जानकारी किसी के पास मौजूद नहीं है। सन् 1893 में श्रीमती राजो देवी ने वसीयत श्री मुरलीधर जी के नाम लिखी थी। उस समय राजो देवी जी की आयु 75 वर्ष अंकित है और वह उस समय जीवित थी। उनके पतिदेव या उनके ससुर जी ने इस मंदिर की स्थापना की, ऐसा कागजों में अंकित है।
किस तिथि या सन् को स्थापना की गई, यह कागजों में दर्ज नहीं है। उस काल में देहरादून शहर सहारनपुर जनपद के अंतर्गत आता था। यह (डीड) वसीयत आज वर्तमान समय पर भी सहारनपुर रजिस्टर में उपलब्ध है।
हमारा यानी भट्ट परिवार का सौभाग्य रहा है कि हमारी तीन पीढ़ियां पूर्व से लेकर वर्तमान समय तक निरंतर मंदिर की सेवा कर रहे हैं। मित्रों विस्तृत ऐतिहासिक जानकारी समय आने पर एक छोटी सी पुस्तक के रूप में आप सभी के लिए मंदिर में उपलब्ध होगी। हम भगवान महादेव हनुमान जी से अनुनय विनय प्रार्थना करते हैं कि आप सदैव प्रत्येक नागरिक पर अपनी कृपा बनाए रखें।