हिमशिखर इंटरनेशनल डेस्क
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार आज किया जाएगा। इस दौरान दुनियाभर के अलग-अलग देशों के राष्ट्राध्यक्ष, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, प्रतिनिधि उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने लंदन पहुंचे हैं। महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के अंतिम दर्शन करने के लिए रविवार को ही लाखों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। यह भीड़ आज और बढ़ सकती है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उनके अंतिम दर्शन के लिए 8 किलोमीटर से लंबी लाइन लगी हुई है। इसमें प्रति घंटा लगभग 4000 लोग रानी के आख़री दर्शन कर रहे हैं। महारानी का पार्थिव शरीर अभी पार्लियामेंट के वेस्टमिंस्टर हॉल में रखा हुआ है। आज उनके पार्थिव शरीर को यहां से हटाकर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू होगी और तय समय के मुताबिक उन्हें सुपुर्द-ए-खाक कर दिया जाएगा। हम बता रहे हैं आपको उनके अंतिम संस्कार से जुड़ा पूरा कार्यक्रम।
भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू क्वीन के फ्यूनरल में शामिल होने के लिए रविवार को लंदन पहुंचीं। यहां वेस्टमिंस्टर हॉल में उन्होंने क्वीन को भारत के लोगों की तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद राष्ट्रपति मुर्मू ने बकिंघम पैलेस में ब्रिटेन के नए राजा किंग चार्ल्स III से मुलाकात की।
“She’s got those wonderful blue eyes that when she smiles, they light up her whole face. I’ll always remember that smile, you know, that smile is unforgettable.”
– Her Majesty The Queen Consort pays tribute to Her Majesty The Queen: pic.twitter.com/Txlzr6NGHG
— The Royal Family (@RoyalFamily) September 18, 2022
“As we all prepare to say our last farewell, I wanted simply to take this opportunity to say thank you to all those countless people who have been such a support and comfort to my Family and myself in this time of grief.”
– His Majesty The King
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— The Royal Family (@RoyalFamily) September 18, 2022
8 सितंबर हो हुआ था महारानी का निधन
96 साल की महारानी का निधन 8 सितंबर को हो गया था। सबसे पहले वेस्टमिंस्टर हॉल से वेस्टमिंस्टर ऐबे तक महारानी की अंतिम यात्रा निकाली जाएगी यानी उनके ताबूत को वेस्टमिंस्टर ऐबे लाया जाएगा। इस दौरान मिलिट्री परेड होगी। शाही परिवार के सदस्य भी शामिल रहेंगे। ड्यूक ऑफ ससेक्स यानी प्रिंस हैरी और उनके भाई विलियम यानी प्रिंस ऑफ वेल्स महारानी के ताबूत के पीछे चलेंगे।
शाही परंपराओं के मुताबिक, क्वीन का अंतिम संस्कार उनके निधन के 10 दिन बाद किया जा रहा है। महारानी के ताबूत को गन कैरिज में वेस्टमिंस्टर ऐबे ले जाया जाएगा। इसे 142 रॉयल नेवी सेलेर्स खीचेंगे। यहां स्टेट फ्यूनरल का कार्यक्रम खत्म हो जाएगा। इसके बाद शाही परिवार के सदस्यों और करीबी लोगों की मौजूदगी में एक प्राइवेट सेरेमनी होगी। रात 8:30 बजे (ब्रिटिश समय के मुताबिक, शाम 4 बजे) क्वीन को दफनाया जाएगा।
सेंट जॉर्ज मेमोरियल चैपल में दफनाया जाएगा
वेस्टमिंस्टर ऐबे में पहुंचने पर शाही रीति-रिवाजों के मुताबिक, क्वीन के निधन पर शोक जताया जाएगा और प्रेयर्स पढ़ी जाएंगी। इसके बाद रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस और NHS स्टाफ के सदस्यों के नेतृत्व में महारानी के ताबूत को वेलिंगटन आर्क ले जाया जाएगा। यहां से ताबूत को विंसडर कैसल ले जाया जाएगा। रात 8:30 बजे एक सेरेमनी के बाद महारानी को विंसडर कैसल के सेंट जॉर्ज मेमोरियल चैपल में दफनाया जाएगा।
टावर ऑफ लंदन ले जाया जाएगा क्वीन का क्राउन
महारानी एलिजाबेथ के पार्थिव शरीर को जिस ताबूत में रखा गया उसे रॉयल स्टैंडर्ड- एक तरह के शाही कपड़े में लपेटा गया। ताबूत के वेस्टमिंस्टर हॉल में रखे जाने के बाद इस पर इंपीरियल स्टेट क्राउन रखा गया। राजशाही का प्रतीक ऑर्ब और स्कैप्टर भी रखे गए। क्वीन को दफनाने से पहले इन सभी शाही प्रतीकों को टावर ऑफ लंदन ले जाया जाएगा।