देहरादून
उत्तराखंड के कुमाऊं में सोमवार और मंगलवार को भारी बारिश जमकर क़हर बरपा रही है। भूस्खलन, मकान ढहने, आदि कारणों से 34 लोगों की मौत हो गई, जबकि कुछ लोगों के लापता होने की भी आशंका जताई जा रही है। मंगलवार को नैनीताल में सबसे ज्यादा 21 की मौत हुई है। जबकि कई लापता बताए जा रहे हैं।
गांवों को शहरों से जोड़ने वाले करीब एक दर्जन से अधिक संपर्क मार्ग बंद हैं। इससे राहत बचाव कार्यों में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं भारी बारिश के चलते नैनीताल जिले में काठगोदाम रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाली रेलवे लाइन भी बह गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बाढ़ से मौत होने पर परिवार को 4 लाख रु. देने की घोषणा की है।
CM ने किया बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा
राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोगों से आग्रह किया कि वे घबराएं नहीं, उनकी सुरक्षा के सभी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने चारधाम यात्रियों से अपील की कि वे जहां हैं, वहीं रुक जाएं और मौसम साफ होने के बाद ही यात्रा को दोबारा शुरू करें। मंगलवार दोपहर मुख्यमंत्री ने भारी बारिश से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। बाद में उन्होंने रुद्रप्रयाग पहुंचकर नुकसान के आकलन की समीक्षा भी की।
हल्द्वानी में गौला नदी पर बना पुल बारिश के चलते दरक गया है। पुल के बीचोबीच गड्ढा बन गया। पुल के एक छोर पर खड़े लोगों ने दूसरे छोर से आ रहे बाइक सवार को इस बारे में अलर्ट किया। तब मोटरसाइकिल सवार वापस मुड़ा।