जल सुरक्षा के लिए जल स्रोतों का पुनरुद्धार जरूरी : किशोर

नई टिहरी

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राष्ट्रीय हिमालयी अध्ययन मिशन, पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार की पहल पर जल सुरक्षा में सुधार के लिए उत्तराखण्ड में स्प्रिंग और जल ग्रहण क्षेत्रों का पुनर्जीवन के माध्यम से जल संसाधन प्रंबंधन विषय पर खाड़ी में दो दिवसीय कार्ययशाल संपन्न हुई। इसमें वक्ताओं ने कहा कि भविष्य में जल संकट से बचने के लिए जल स्रोतों को बचाना होगा।

टैरी स्कूल आफ एडवांस्ट स्टडीज नई दिल्ली, उत्तराखंड जल संस्थान देहरादून और डीएवी पीजी कालेज देहरादून के संयुक्त तत्वाधान में जागृति भवन खाड़ी में आयोजित कार्यशाला में जल के महत्व पर प्रकाश डाला गया। मुख्य अतिथि टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय ने संबोधन में जल, जंगल और जमीन पर जोर दिया। कहा कि जल जीवन के अस्तित्व के लिए एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है।

परियोजना सह अन्वेशक और डीएवी पीजी कालेज के एसोसिएट प्रोफेसर प्रशांत सिंह ने परियोजना के क्रियान्वयन पर जानकारी दी। तकनीकी व्याख्यान में परियोजना अन्वेशक और टेरी स्कूल आफ एडवांस्ड स्टडीज नई दिल्ली के प्रो विनय सिन्हा द्वारा विगत तीन सालों में किए गए कार्यों का उल्लेख किया गया। प्रो. सिन्हा ने बताया कि थान एवं सुनारकोट में जल स्रोत को पुनर्जीवित करने के मद्देनजर जल गुणवत्ता जां, आइसोटोप सर्वे, रेजिस्टिविटी सर्वे, चाल-खाल निर्माण व क्षेत्र में किए जा रहे वृक्षारोपण आदि कार्यों की जानकारी दी, जिससे मौजूदा साल में जल स्रोत में जल बढ़ने की आषंका व्यक्त की गई।

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कार्यशाला में मौजूद जीबी पंत हिमालयी पर्यावरण संस्थान के गढ़वाल मंडल के इं शौकिन तरफदार ने कहा कि पृथ्वी पर उपस्थित कुल जल का मात्र 01 प्रतिशत ही उपयोगी हैए और इस एक फीसदी जल पर दुनिया की 06 अरब आबादी समेत सारे सजीव और वनस्पतियां निर्भर हैंए जिसके कारण प्राकृतिक जल स्रोतों का पुनर्जीवन अत्यधिक महत्वपूर्ण हो जाता है।

कार्यशाला के उद्धघाटन समारोह में उत्तराखंड जल संस्थानए टिहरी के अधीक्षण अधियंता यशवीर मल्ल ने जल संस्थान द्वारा इस परियोजना में किए जा रहे कार्यों का उल्लेख किया तथा क्षेत्र की जनता को उनके प्राकृतिक जल श्रोत के पुनर्जीवन व उससे पूरे गांव में आने वाले समय में जल मुहाय्या कराने का आश्वासन दिया।

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इस दौरान ग्राम थान के प्रधान कुलबीर सिंह चौहान व सुनातकोट ग्राम के प्रधान युद्धवीर सिंह भंडारी द्वारा भी विचार प्रकट किए गए। इस कार्यक्रम का संचालन उत्तराखण्ड जन जागृति संस्थानए खाड़ी के सचिव अरण्य रंजन किया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र के लिए जल सुरक्षा में किए जा रहे कार्यों का उल्लेख किया। कार्यशाला के दूसरे दिन के अवसर द्वारा थान एवम सुनारकोट गांव में परियोजना के अंतर्गत वृक्षारोपण का कार्य किया गया। इस दौरान पर नरेन्द्र नगर ब्लॉक प्रमुख राजेंद्र भंडारीए टेरी स्कूल ऑफ एडवांस्ड स्टडीज से धनराज सिंहए रत्न झाए देवव्रत आदि मौजूद रहे।

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