हिमशिखर इंटरनेशनल डेस्क।
और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष के बीच भारतीय छात्रों का पहला जत्था चेर्नित्सि (Chernivtsi) से यूक्रेन-रोमानिया सीमा के लिए रवाना हो गया है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार विदेश मंत्रालय के शिविर कार्यालय अब पश्चिमी यूक्रेन के ल्वीव (Lviv) और चेर्नित्सि शहरों में काम कर रहे हैं। अतिरिक्त रूसी भाषी अधिकारियों को इन शिविर कार्यालयों में भेजा जा रहा है।
बताते चलें कि यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने यहां फंसे भारतीय नागरिकों और स्टूडेंट्स के लिए एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें दूतावास ने यूक्रेन में मौजूद सभी भारतीयों को बताया था कि उन्हें भारत सरकार रोमानिया और हंगरी के रास्ते से बाहर निकालने के लिए काम कर रही है। भारत सरकार लगातार यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने की कोशिश में लगी हुई है।
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को राहत
यूक्रेन Ukraine में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए राहत की खबर है। सूत्रों के मुताबिक, भारत सरकार वहां फंसे लोगों को निकालने के लिए व्यवस्था करेगी। फ्लाइट का खर्च भी सरकार वहन करेगी। सूत्रों के मुताबिक, आज रात दो स्पेशल फ्लाइट्स यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए रवाना होंगे। यूक्रेन का एयर स्पेस सिविल एयरक्राफ्ट्स के लिए बंद होने की वजह से सरकार अब यूक्रेन के पड़ोसी देशों रोमानिया और हंगरी के जरिए इस ऑपरेशन को अंजाम देगी।