जोशीमठ
भू-बैकुंठ बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय करने की प्रक्रियाएं सोमवार को जोशीमठ नृसिंह मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद शुरू हो गई है। इसके तहत् सोमवार को गाडू घड़ा तेल कलश नृसिंह मंदिर से डिम्मर गाँव के लिए रवाना हुआ।
बद्रीनाथ धाम के धर्माधिकारी पंडित भुवन उनियाल ने बताया कि सोमवार को जोशीमठ नृसिंह मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद गाडू घड़ा को मंदिर समिति ने डिमरी पंचायत को सौंपा। इसके बाद गाडू घड़ा डिम्मर गाँव के लिए रवाना हुआ। जहाँ से चार फरवरी को डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के प्रतिनिधि तेल कलश को लेकर ऋषिकेश पहुंचेगे। पांच फरवरी को डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के प्रतिनिधि गाडू घड़ा तेल कलश को नरेंद्रनगर राज दरबार के सुपुर्द करेंगे। पांच फरवरी को वसंत पंचमी के दिन नरेंद्रनगर राजदरबार में बदरीनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि तय की जाएगी। इसके साथ ही गाडू घड़ा तेल कलश के लिए राजमहल में तिलों के तेल को पिरोने की तिथि भी तय हो जाएगी। तिलों के तेल को डिमरी पंचायत द्वारा कपाट खुलने से पहले बदरीनाथ धाम में पहुंचाया जाएगा।