हिम शिखर ब्यूरो
हरिद्वार। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि देश में धर्म, संस्कृति और देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले अनेकों महापुरुष पैदा हुए। जिन्होंने इस देश का भाल पूरी दुनिया में ऊंचा उठाया। उन्होंने कहा कि हमें अपने गौरवशाली इतिहास और वीर पुरुषों को नहीं भूलना चाहिए। उनको हमेशा स्मरण और नमन करना चाहिए।
रामतीर्थ मिशन की हरिद्वार शाखा का किया उद्घाटन
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने स्वामी रामतीर्थ मिशन की हरिद्वार शाखा का उद्घाटन किया। इसके बाद दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ हुआ। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि स्वामी रामतीर्थ ने विश्वभर में वेदांत की पताका फहराई थी। स्वामी चिदानंद मुनि ने कहा कि स्वामी रामतीर्थ का बचपन का नाम तीर्थराम था, लेकिन वह अपने त्याग और तपस्या से रामतीर्थ बन गए। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की तरह ही स्वामी रामतीर्थ का प्रचार-प्रसार किए जाने की जरूरत है। काका हरिओम ने अभिनंदन पत्र को पढ़कर मुख्य अतिथि को भेंट किया। इस मौके पर स्वामी रामतीर्थ मिशन के अध्यक्ष ललित मल्होत्रा, लव मल्होत्रा, चांद मल्होत्रा, काजल मल्होत्रा, ओम प्रकाश शर्मा, स्वामी शिवचंद्र दास, राजेश पैन्यूलीआदि मौजूद थे।
महापुरुषों और वीर जवानों की तपस्या का करना होगा अनुसरण
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि आज जब हम देश की सीमा के भीतर सुख-चैन के साथ अपना कार्य कर पाते हैं, चैन की नींद सो पाते हैं, अपने परिवार और बच्चों की रक्षा कर पाते हैं। तो उसकी असल वजह यही है कि सीमा पर हमारे देश के वीर जवान हमारी रक्षा को अपना सर्वस्व बलिदान करने के लिए हर वक्त चेतन, सजग और सतर्क रहते हैं। हमारा कर्तव्य है कि ऐसे महापुरुषों, वीर जवानों की इस तपस्या को आगे ले जाएं और उसका अनुसरण करें।
गंगा घाटों का किया लोकार्पण
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कुंभ मेला क्षेत्र में सतनाम साक्षी घाट, अमरापुर घाट का लोकार्पण किया। इसके बाद स्वामी सर्वानंद घाट पर गंगा पूजन के बाद कार्यक्रम को संबोधित किया। आज दुनिया भारत के जरिए धर्म को जानने और समझने की कोशिश कर रही है। हमारे महापुरुषों ने पूरी दुनिया को सनातन का दर्शन कराया। इसलिए हमारा यह कर्तव्य बनता है कि हम अपने आचरण विचार से दुनिया को सही रास्ता दिखाएं। उन्होंने देशवासियों से आह्वान किया कि दुनिया के कल्याण के लिए हमें अपने प्रयासों को निरंतर बनाए रखना होगा।