मध्य प्रदेश
हिन्दू धर्म के सर्वोच्च गुरु और ज्योतिष और द्वारका-शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी का आज 99 वर्ष की आयु में महाप्रयाण हो गया। परमहंसी गंगा आश्रम, झोतेश्वर जिला नरसिंहपुर में स्वामी जी ने आज अपराह्न 3.21 बजे अंतिम सांस सांस ली।
धर्म सम्राट जगद गुरू शंकराचार्य स्वामी श्रीस्वरूपानंद सरस्वती महाराज को कल शाम को 4 बजे परमहंसी गंगा आश्रम मंदिर के समीप उद्यान पर समाधि दी जायगी। अद्वैत आश्रम शाहपुर दरवाजा अहमदाबाद मे निर्वाण पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर राजगुरु बीकानेर स्वामी विशोकानंद भारती जी महाराज की अध्यक्षता में शाम 5 से 6 बजे तक शोक श्रद्धांजलि रखी गई है।श्रद्धांजलि सभा में अनेक महामंडलेश्वर महंत एवं संत महात्मा पधारेंगे।
फोटोज में देखिए शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का जीवन
नरसिंहपुर जिले के झोतेश्वर स्थित परमहंसी गंगा आश्रम में स्थित इस दिव्य शिला पर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने 12 साल तक तपस्या की।
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने धर्मगुरु अखंडानंद सरस्वती के साथ कई धर्म संसदों में भाग लिया।
2008 में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती गंगा सेवा अभियान को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से मिले थे।
यह तस्वीर 7 जून 2013 की है। इसी दिन देश के तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के झोतेश्वर धाम में शंकराचार्य नेत्रालय का उद्घाटन किया था।
यह तस्वीर मार्च 2014 की है। उस समय राजनाथ सिंह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे और लोकसभा चुनाव से पहले स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से आशीर्वाद लेने पहुंचे थे।
यह तस्वीर 2016 की है। शंकराचार्य का पादुका पूजन करते हुए आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर।