हिमशिखर खबर ब्यूरो
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने अन्य गणमान्य लोगों के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर मुंबई में शुक्रवार शाम को पांच दिवसीय एससीओ फिल्म महोत्सव का उद्घाटन किया।
उद्घाटन समारोह में विशिष्ट अतिथि हेमा मालिनी और अक्षय कुमार, टाइगर श्रॉफ, साजिद नाडियाडवाला, ईशा गुप्ता, पूनम ढिल्लों, एली अवराम, ऋषिता भट्ट और जैकी भगनानी जैसी अन्य प्रतिष्ठित फिल्मी हस्तियों का इस अवसर पर सम्मान किया गया।
सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि “भारतीय फिल्में एससीओ से जुड़े देशों में लोकप्रिय हैं और फिल्मों ने लोगों के बीच परस्पर संबंधों में एक बड़ी भूमिका निभाई है।” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस फिल्म महोत्सव का मुख्य लक्ष्य एससीओ देशों की अलग-अलग फिल्में दिखाना और फिल्म निर्माण के अलग-अलग स्टाइल से परिचित कराना है। श्री ठाकुर ने आगे कहा कि यह महोत्सव इस क्षेत्र के देशों के बीच सिनेमाई साझेदारी बनाने का एक असाधारण अवसर प्रदान करता है।
एससीओ फिल्म महोत्सव में कुल 57 फिल्में दिखाई जाएंगी हैं और 14 फिल्मों को फिल्म महोत्सव के कंपटीशन सेक्शन के लिए नामांकित किया गया है। इनमें पननलिन की ऑस्कर के लिए चुनी गई गुजराती फिल्म ‘छेल्लो शो’ और निखिल महाजन की पुरस्कार विजेता मराठी फिल्म ‘गोदावरी’ शामिल हैं।
एससीओ फिल्म महोत्सव का आयोजन अंतरराष्ट्रीय सहयोग संगठन की भारत की अध्यक्षता में हो रहा है। यह आजादी का अमृत महोत्सव के उत्सव का भी हिस्सा है।
‘भारत हैं हम‘ एनिमेशन सीरीज का प्रोमो रिलीज
इस मौके पर एनिमेशन सीरीज ‘भारत हैं हम’ का प्रोमो रिलीज किया गया। सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ओर से ग्रेफिटी मीडिया के सहयोग से केंद्रीय संचार ब्यूरो द्वारा बनाई जा रही 52 भाग की श्रृंखला ‘भारत हैं हम’ हमारे सबसे खास दर्शक बच्चों को जाने-पहचाने और गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों की कहानी बताती है। आज़ादी का अमृत महोत्सव बैनर के तहत श्रृंखला का संचालन मुंजाल श्रॉफ और तुषार शेट्टी द्वारा बनाए गए मिलनसार कार्टून चरित्रों कृष, ट्रिश और बाल्टीबॉय द्वारा किया जा रहा है। दिग्गज प्लेबैक सिंगर सुदेश भोंसले ने वॉइस ओवर दिया है।
एससीओ के बारे में
2001 में गठित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ), भौगोलिक दायरे और जनसंख्या के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा क्षेत्रीय संगठन है। इसमें यूरेशिया के लगभग 60% क्षेत्र, दुनिया की 40% आबादी और वैश्विक जीडीपी का 30% से अधिक हिस्सा शामिल है। भारत, चीन, रूस, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान इसके सदस्य देश हैं।