गंगोत्री:
गंगोत्री धाम में सन्नाटा पसरा है, लेकिन गोमुख और गरतांग गली पर्यटकों से आबाद है। साहस और रोमांच के शौकीन पर्यटकों की आवाजाही गंगोत्री नेशनल पार्क में लगातार बनी हुई है। पिछले 15 दिनों के भीतर पार्क में 800 से अधिक पर्यटक पार्क में पहुंच चुके हैं। हालांकि, वन विभाग का कहना है कि 3 मई को गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के बाद सैलानियों की आवाजाही बढ़ जाएगी।
गंगोत्री नेशनल पार्क 1 अप्रैल को देश-विदेश के पर्यटकों के लिए खोल दिया गया था। गंगोत्री नेशनल पार्क अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। वहीं, दुर्लभ प्रजाति के स्नो लेपर्ड सहित भरल और कई वन्य जीवों से भरा पड़ा है। यहां बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक एवं पर्वतारोही पहुुंचते रहे हैं। करीब 2390 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैले हुए इस पार्क में बर्फ के नजारे भी पर्यटकों के लिए आकर्षण होते हैं।
पार्क के अंतर्गत गंगोत्री धाम सहित गौमुख और देश की 7000 मीटर उंची कई चोटियां हैं, जिन पर हर साल हजारों पर्वतारोही ट्रैकिंग करने के लिए पहुंचते हैं। गंगोत्री नेशनल पार्क में गोमुख व तपोवन पर्यटकों से लगतार गुलजार है। इस बार 15 अप्रैल तक 800 से अधिक पर्यटक गोमुख, तपोवन, गरतांग गली पहुंच चुके हैं। बताते चलें कि अभी गंगोत्री धाम के कपाट बंद हैं, जिस कारण सभी होटल, धर्मशालाएं बंद हैं। ऐसे में 3 मई को गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही सभी होटल धर्मशाला भी खुल जाएंगे। ऐसे में नेशनल पार्क में जाने वाले सैलानियों की संख्या में इजाफा हो जाएगा।
गंगोत्री नेशनल पार्क के रेंजर प्रताप सिंह पंवार का कहना है कि गंगोत्री नेशनल पार्क में गोमुख और गरतांग गली इन दिनों पर्यटकों की आमद से गुलजार है। पार्क में गोमुख व गरतांग गली रूट पर पर्यटकों की आवाजाही लगातार जारी है। पार्क प्रशासन ने ट्रैक को दुरूस्त करवा लिया है।