सिलक्यारा से डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे में 40 मजदूर फंसे हैं। मजदूरों को बचाने रेस्क्यू ऑपरेशन आज छठवें दिन भी जारी है।
हिमशिखर खबर ब्यूरो
उत्तरकाशी: सिलक्यारा सुरंग में नई और शक्तिशाली ऑगर मशीन ने शुक्रवार दोपहर तक 24 मीटर मलबे को भेद दिया। इससे पिछले पांच दिनों से अधिक समय से उसके अंदर फंसे 40 श्रमिकों के जल्द बाहर आने की उम्मीद बढ़ गई है। सुरंग में जमा मलबे में सुबह 6 बजे तक 21 मीटर की दूरी तक ‘ड्रिलिंग’ की गई थी। शुक्रवार दोपहर तक 24 मीटर तक मलबा भेद दिया गया। सुरंग में 45 से 60 मीटर तक मलबा जमा है, जिसमें ड्रिलिंग की जानी है।
NHIDCL के निदेशक अंशु मनीष खलको ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए एम एस पाइप की स्केप टनल बनाने के लिए ऑगर मशीन की सहायता से पाइप पुशिंग का कार्य प्रगति पर है। अभी तक मलबे के भीतर 24 मीटर की दूरी तक पाइप डाला जा चुका है। रेस्क्यू अभियान की प्रतिधारण क्षमता बढ़ाने के लिए इंदौर से एक और ऑगर मशीन बैकअप के लिए एयर लिफ्ट कर लाये जाने की भी व्यवस्था की गई है। ताकि रेस्क्यू अभियान अबाध रूप से जारी रहे।