नई टिहरी।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होते ही शिक्षा ढांचें में बदलाव की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। इसी कड़ी में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की गाइडलाइन के अनुसार वार्षिक परीक्षा सिस्टम समाप्त कर सेमेस्टर सिस्टम लागू कर दिया है। इसके साथ ही एक अगस्त से शुरू होने वाली प्रवेश प्रक्रिया भी सेमेस्टर आधार पर ही किए जाएंगे।
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय ने यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार वार्षिक परीक्षा सिस्टम को समाप्त कर सेमेस्टर सिस्टम लागू कर दिया है। खास बात यह है कि सेमेस्टर सिस्टम लागू होने से छात्रों को साल में दो बार परीक्षा देने का अवसर मिलने से पढ़ाई की नींव मजबूत हो सकेगी। साथ ही छात्रों और शिक्षकों पर दबाव कम होने से तैयारी बेहतर हो सकेगी।
बताते चलें कि सेमेस्टर सिस्टर की खासियत यह है कि यदि पहले सेमेस्टर में रिजल्ट थोड़ा खराब भी हुआ तो छात्रों को दूसरे सेमेस्टर में सुधारने का अवसर मिल सकेगा। अन्यथा साल के अंत में सिलेबस समाप्त करने रिवीजन करने-कराने का दबाव अधिक रहता है। यूजीसी का मकसद इसके पीछे उच्च शिक्षा में गुणवत्ता लाना है।
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर पर प्रवेश प्रक्रिया एक अगस्त से शुरू होगी। विश्वविद्यालय ने सभी कालेजों को सेमेस्टर आधार पर प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने के आदेश दिए हैं।
श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति डाॅ पीपी ध्यानी ने बताया कि यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार वार्षिक परीक्षा सिस्टम समाप्त कर सेमेस्टर सिस्टम लागू कर दिया है। विवि से संबंधित सभी राजकीय, निजी व सहायता प्राप्त संस्थानों को विवि के नियमों का शत-प्रतिशत पालन करने के लिए निर्देशित किया गया है।