हिमशिखर खबर ब्यूरो
नई टिहरी। श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से अब कई नए विषयों में भी छात्र पीएचडी कर सकेंगे। विवि की शैक्षिक परिषद की बैठक में यह फैसला लिया गया। इसके अलावा बैठक में यह भी तय किया गया कि ऋषिकेश परिसर में कई नए स्ववित्त पोषित योजना के अन्तर्गत पाठ्यक्रमों को संचालित किए जाने के साथ ही एमए योगा में 30 की जगह 60 सीटों का अनुमोदन किया गया। परिषद की आन लाइन बैठक में कई और अहम फैसले भी लिए गए हैं।
म्ंगलवार को श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एमएस रावत की अध्यक्षता में शैक्षिक परिषद की आन लाइन बैठक हुई। बैठक में सबसे पहले विवि के ऋषिकेश परिसर में कई विषयों में शिक्षकों की कमी पर चर्चा की गई। जिस पर छात्रों के भविष्य को देखते हुए अन्य विश्वविद्यालयों की भांति गेस्ट फैकल्टी रखे जाने पर मुहर लगी। इसके साथ ही ऋषिकेश परिसर में संचालित गृह विज्ञान, समाजशास्त्र, संस्कृत, शिक्षा शास्त्र, संगीत, शारीरिक शिक्षा के पाठ्यक्रमों को उच्चीकृत कर आगामी सत्र से स्नातकोत्तर किए जाने का निर्णय लिया गया। श्रीदेव सुमन विवि ने ऋषिकेश परिसर में स्नातक के गृह विज्ञान, समाजशास्त्र, संस्कृत, शिक्षा शास्त्र, संगीत, शारीरिक शिक्षा विषयों में भी पीएचडी पाठ्यक्रम प्रारम्भ किये जाने का अनुमोदन किया। बता दें, कि इस सत्र से शुरू होने जा रही पीएचडी में अभी तक विवि ने 13 अन्य विषयों को शामिल किया था। बैठक में विवि ने तय किया कि ऋषिकेश परिसर में स्ववित्त पोषित योजना के अन्तर्गत बीएफए, एमएफए, बीएससी (पशु चिकित्सा विज्ञान), बीलिब, एमलिब, बीबीए, बीसीए, कम्प्यूटर साइंस, होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म मैनेजटमेंट, बीएएलएलबी, बीएससी एलएलबी आदि पाठ्यक्रमों को संचालित किए जाने के साथ ही एमए योगा में 30 की जगह 60 सीटें स्वीकृत किए जाने का अनुमोदन किया गया। यह भी निर्णय लिया गया कि परिसर में मिलिट्री साइंस, फिलोसोफी, एंथ्रोपोलाॅली आदि पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। शैक्षिक परिषद में ऋषिकेश परिसर में बीएड पाठ्यक्रम और इन्ट्रीग्रेडेट बीएड पाठ्यक्रम आरम्भ किये जाने का सैद्धान्तिक अनुमोदन प्रदान किया गया। आन लाइन बैठक में विवि के कुलपति, केआर भट्ट, प्रो एमएम मवाडी, प्रो पीडी पंत, प्रो जीसी ढींगरा, प्रो डीसी गोस्वामी, परीक्षा नियंत्रक डाॅ वीपी श्रीवास्तव आदि शामिल रहे।