हिमशिखर खबर ब्यूरो
चंबा। प्रो एनके जोशी ने श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति का कार्यभार बुधवार देर शाम को विवि मुख्यालय में आकर ग्रहण किया। श्रीदेव सुमन विवि के कार्यकारी कुलपति प्रो एमएस रावत ने उन्हें विधिवत कार्यभार सौंपा।
कुलपति प्रो एनके जोशी ने कुलपति कार्यालय में पदभार ग्रहण करने के बाद अपनी प्राथमिकता गिनाते हुए कहा कि श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय को अनुसंधान, परामर्श और सामुदायिक सेवाओं में उत्कृष्टता प्रदान कर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है साथ ही इनोवेशन, इनक्यूबेशन, स्टार्टअप, एंटरप्रेन्योर प्रमोशन, कौशल विकास और रोबोटिक्स में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करना है।
कहा कि विवि के सभी अधिकारी और कर्मचारियों के संयुक्त प्रयास से विवि को उंचाई पर पहुंचाया जाएगा। विवि के एकेडमिक सत्र को नियमित करना उनकी प्राथमिकता है। शोध को बढ़ावा देने के लिए शोधार्थियों की सहायता के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। शोध को पेटेंट भी करवायाजाएगा। जिससे विवि का देश-विदेश में नाम होने के साथ ही राॅयल्टी भी मिल सकेगी। पहाड़ में पलायन को रोकरने और छात्रों को उद्यमी बनाने के लिए रोजगारपकर शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा। छात्रों की मदद से रिवर्स पलायन के लिए केंद्र स्थापित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा आपदा प्रबंधन, रिवर्स माइग्रेशन, पारंपरिक ज्ञान प्रणाली में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किया जाएगा।
प्रो जोशी ने बताया कि व्यापक छात्र- हित में कार्य करते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, ड्रोन टेक्नोलॉजी, साइबर सिक्योरिटी, डाटा साइंस, एनीमेशन, डिजिटल मार्केटिंग जैसे विषयों में नए रोजगारपरक पाठ्यक्रमों का संचालन किया जाएगा।
बता दें कि, राज्यपाल ने प्रो० एन०के० जोशी द्वारा विगत तीन वर्षों में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्यों- प्रयासों को देखते हुए श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति के पद पर नियुक्ति प्रदान की है।
ज्ञात हो कि प्रो एन०के० जोशी ने कुमाऊं विश्वविद्यालय के अकादमिक एवं प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता लाने एवं जवाबदेही तय करने के लिए ई०आर०पी० को डेवलप कर समस्त कार्यों को डिजिटाइज़ किया गया साथ ही स्टूडेंट सपोर्ट सर्विस जैसे कि एडमिशन फॉर्म, एग्जामिनेशन फॉर्म, माइग्रेशन, ट्रांसफर सर्टिफिकेट, ट्रांसक्रिप्ट, डिग्री की व्यवस्था को ऑनलाइन किया गया। प्रो० जोशी द्वारा नए रोजगारपरक पाठ्यक्रमों को आरंभ करने के साथ ही केंपस प्लेसमेंट एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु अलग प्रकोष्ठ का गठन किया गया। प्रो० जोशी द्वारा जहां उत्तराखण्ड क्षेत्र की भौगोलिक एवम आर्थिक परिस्थितियों को देखते हुए एग्रीकल्चर फैकल्टी एवम बायो-मेडिकल फैकल्टी का गठन किया गया वहीं बी०ए०एल०एल०बी० एवम इंटीग्रेटेड बी०एड० पाठयक्रम आरंभ किया गया।
प्रो० एन०के० जोशी के नेतृत्व में कुमाऊं विश्वविद्यालय के एच०आर०डी०सी० केंद्र को देश में चौथा स्थान प्राप्त हुआ। एनआईआरएफ द्वारा फार्मेसी कैटेगरी में 61वीं रैंक, इंडिया टुडे के सर्वे में 28वीं रैंक, क्यू०एस० इंडिया रेंकिंग में 81-85 वीं रैंक प्राप्त की गई।
इस मौके पर कुलसचिव खेमराज भट्ट, प्रो सीएस नेगी, डाॅ विजय प्रकाश श्रीवास्तव, डा बीएल आर्य, हेमराज चौहान, सुनील नौटियाल, वरुण डोभाल आदि मौजूद थे।