पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।
आज का विचार
जब आप जागृत अवस्था में होते है, तो ही सर्वश्रेष्ठ स्वप्नों का सृजन होता है। और आपकी मनोवृति ही आपकी महानता को निर्धारित करती है.!
सूर्योदय और चंद्रोदय
सूर्योदय समय | 05:40 पूर्वाह्न |
सूर्यास्त का समय | 06:18 अपराह्न |
चन्द्रोदय का समय | 04:10 अपराह्न 🌙 |
चन्द्रास्त का समय | 04:37 पूर्वाह्न, 11 अप्रैल 🌙 |
कैलेंडर
तिथि | त्रयोदशी 🌒 11 अप्रैल प्रातः 01:00 बजे तक |
नक्षत्र | पूर्वा फाल्गुनी ✨ दोपहर 12:24 बजे तक |
चतुर्दशी 🌒 | |
उत्तरा फाल्गुनी ✨ | |
योग | वृद्धि 🧘 06:59 PM तक |
करण | कौलव 📿 सुबह 11:55 बजे तक |
ध्रुव 🧘 | |
तैतिला 📿 01:00 AM, अप्रैल 11 तक | |
काम करने के दिन | गुरूवार 🪐 |
गेराज 📿 | |
पक्ष | शुक्ल पक्ष 🌒 |
चंद्र मास, संवत और बृहस्पति संवत्सर
विक्रम संवत | 2082 कलयुक्त 🪐 |
संवत्सर | कालायुक्त 🪐 03:07 अपराह्न तक, 25 अप्रैल 2025 |
शक संवत | 1947 विश्वावसु 🪐 |
सिद्धार्थी 🪐 | |
गुजराती संवत | 2081 नाला 🪐 |
चन्द्रमासा | चैत्र – पूर्णिमांत 🌒 |
दायाँ/गेट | 28 🪐 |
चैत्र – अमंता 🌒 |
आज का भगवद् चिन्तन
संकल्पवान बनें
इस सृष्टि में श्रेष्ठ की प्राप्ति उसी को होगी जिसने कठिन परिस्थितियों का सामना करना स्वीकार किया, झुकना नहीं। नीति शास्त्र कहते हैं कि अधम श्रेणी के मनुष्य- कठिनाइयों के भय से किसी उत्तम कार्य को प्रारंभ ही नहीं करते। मध्यम श्रेणी के मनुष्य- कार्य को तो प्रारंभ करते हैं पर विघ्नों को आते देख घबराकर बीच में ही छोड़ देते हैं।
उत्तम श्रेणी के मनुष्य- विघ्न बाधाओं से बार- बार प्रताड़ित होने पर भी प्रारंभ किये हुए उत्तम कार्य को तब तक नहीं छोड़ते, जब तक कि वह पूर्ण न हो जाए। कार्य जितना श्रेष्ठ होगा बाधाएं भी उतनी ही बड़ी होंगी। आत्मबल जितना ऊँचा होगा फिर सारी समस्याएं स्वतः उतनी ही छोटी नजर आने लगेंगी। अपने संकल्प को इतना मजबूत बनाइये कि हार को भी आपसे हार कर जाना पड़े।