- सुबह 10.59 पर शुरू होगा सूर्य ग्रहण
- सूर्य ग्रहण का सूतक काल नहीं होगा मान्य
हिमशिखर धर्म डेस्क
साल 2021 का अंतिम चंद्र ग्रहण बीत चुका है और अब मार्गशीर्ष मास की अमावस्या के दिन साल का अंतिम सूर्यग्रहण लगने जा रहा है। चंद्र ग्रहण की तरह ही सूर्य ग्रहण भी एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है। ज्योतिष में ग्रहण को अशुभ घटनाओं में गिना जाता है इस वजह से ग्रहण के दौरान शुभ कार्य और पूजा पाठ वर्जित माने जाते हैं। मान्यता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य पीड़ित हो जाते हैं, जिस कारण सूर्य की शुभता में कमी आ जाती है। सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर की सुबह 10:59 बजे शुरू होगा, जो दोपहर 03:07 बजे समाप्त होगा।
भारत में नहीं दिखाई देगा सूर्य ग्रहण
चार दिसंबर को लगने का जा रहे सूर्य ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होगा। साल का आखिरी सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में दिखाई पड़ेगा। यह भारत में नहीं दिखाई देगा।
मंदिरों के कपाट खुले रहेंगे
आपको बता दें कि सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पूर्व सूतक काल शुरू हो जाता है। इस दौरान मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। पर 4 दिसंबर को लगने वाले सूर्य ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होगा। क्योंकि यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा।