हिमशिखर खबर ब्यूरो
नई टिहरी।
उत्तरकाशी के उच्च हिमालयी क्षेत्र स्थित द्रौपदी का डांडा में चार अक्टूबर को हुई हिमस्खलन की घटना में टिहरी के चंबा निवासी सतीश रावत भी लापता हुआ है। घटना के बाद से उसका अब तक कुछ पता नहीं चल सका है। सतीश प्रशिक्षण लेने के लिए दल के साथ गया था। चार दिनों में उसके बारे में कोई सूचना नहीं मिलने से स्वजनों की चिंता बढ़ गई है।
चंबा के सतीश रावत को बचपन से ही पर्वतारोहण का शौक था। स्नातक की पढ़ाई के बाद सतीश ने नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) से एडवेंचर में एडवांस कोर्स करने के लिए संस्थान में दाखिला लिया था। इन दिनों वह दल के साथ द्रौपदी के डांडा में गया हुआ था। बीते मंगलवार को हुए हिमस्खलन के बाद से अब तक उसका कहीं कुछ पता नहीं हैं। सतीश इससे पहले भी द्रौपदी का डांडा में प्रशिक्षण ले चुका है। सतीश के पिता शूरवीर सिंह रावत की नगर में फर्निचर की दुकान है।
इधर स्वजनों की चिंता बढ़ गई है। हिमस्खलन की घटना की जानकारी मिलने पर स्वजन उसकी जानकारी लेने उत्तरकाशी रवाना हो गए हैं। स्वजनों ने बताया कि फिलहाल उत्तरकाशी प्रशासन से मिल रही जानकारी के अनुसार सतीश का पता नहीं चला है। रेस्क्यू चलाया जा रहा है। स्वजन लगातार सतीश के मिलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
एक महीने बाद है बहन की शादी
सतीश की छोटी बहिन की शादी एक महीने बाद है। घर में शादी की तैयारियां की जा रही हैं। इसी बीच हिमस्खलन की घटना ने स्वजनों की चिंता बढ़ा दी है। सतीश किस हालात में है, कुछ पता नहीं है। माना जा रहा है सतीश किसी क्रेवास यानी की बर्फ की दरारों में फंसे हुआ है। उम्मीद यही है कि यह दरार बहुत गहरी न हो। वह सुरक्षित हो। वह निकल जाए। ईश्वर उसकी रक्षा कर रहा होगा, ऐसा विश्वास है।