हिमशिखर ब्यूरो
नई टिहरी।
42 वर्ग किलोमीटर में फैली टिहरी झील स्थित फ्लोटिंग हट का मामला इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। स्थानीय लोगों की शिकायत पर फ्लोटिंग हट के निरीक्षण के लिए डीएम डॉ सौरभ गहरवार ने एसडीएम सदर अपूर्व सिंह के नेतृत्व में 3 सदस्य कमेटी का गठन किया था। शुक्रवार को कमेटी ने टिहरी झील के बीचो बीच बने फ्लोटिंग हट का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम को फ्लोटिंग हट में कई तरह की अनियमितताएं मिली। जिसके बाद प्रशासन ने फ्लोटिंग हट के किचन की चाबी अपने कब्जे में ले ली है।
कमेटी के सदस्यों ने बताया कि फ्लोटिंग हट का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट भी संचालित नहीं हो रहा था। यहां बता दें कि पिछले दिनों फ्लोटिंग हट के एक कर्मचारी ने वीडियो बनाया था। जिसमें शौचालय की गंदगी को मोटर की मदद से सीधा टिहरी झील में डाला जा रहा था।
इस मामले में बोट यूनियन के संरक्षक कुलदीप पंवार और स्थानीय ग्रामीणों ने डीएम डा. सौरभ गहरवार से शिकायत की थी। जिसके बाद बीते बृहस्पतिवार को डीएम ने एसडीएम के नेतृत्व में फ्लोटिंग हट की जांच और वहां से निकलने वाले सीवर सिस्टम की जांच के आदेश दिए।
शुक्रवार को एसडीएम अपूर्वा सिंह के नेतृत्व में टीम फ्लोटिंग हट का निरीक्षण करने पहुंची। एसडीएम सिंह ने बताया कि फ्लोटिंग हट के किचन का पानी सही तरीके से निस्तारित करने की व्यवस्था नहीं। किचन की चाबी कब्जे में ले ली गई है ।निरीक्षण की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के विज्ञानी एसके डिमरी ने बताया कि फ्लोटिंग हट का एसटीपी भी संचालन की स्थिति में नहीं था। पूरी रिपोर्ट तैयार कर दी। कमेटी की रिपोर्ट पर जिला प्रशासन क्या कार्रवाई करेगा इस पर सबकी निगाहें टिकी हुई है।