नई टिहरी।
इंसान हो जानवर सर्दी का मौसम सभी के लिए आफत है। चंबा-ऋषिकेश हाइवे पर नागणी के समीप मातली और खाड़ी में बेसहारा गोवंश खुले आसमान के नीचे कड़ाके की ठंड में ठिठुरने के लिए मजबूर हैं। इन बेजुबानों की ऐसी हालत देखकर हाइवे से गुजरने वाले लोग भावुक भी हो रहे हैं।
इन दिनों सर्दी के मौसम में हाड़कंपाती ठंड पड़ रही है। लेकिन नागणी के समीप मातली और खाड़ी में बेसहारा गोवंश खुले आसमान के नीचे कड़ाके की ठंड में ठिठुर रहे हैं। ताजुब की बात यह कि सरकारी तंंत्र को इन बेसहारा गोवंश पर कोई तरस नहीं आ रहा। गायों को ठंड से बचााने के लिए कोई भी इंतजाम अभी तक नहीं किए गए हैं। साथ ही चारा-पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में बेसहारा गोवंश के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य अनिल भंडारी का कहना है कि खाड़ी और नागणी के निकट हाइवे के किनारे बेसहारा गोवंश ठंड से ठिठुर रहे हैं। कहा कि राजनीतिज्ञ भी केवल सियासी रोटी सेंकते हैं। लेकिन, सर्दी से मवेशियों को बचाने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। बेसहारा गोवंश के दु:ख-दर्द व जरूरतों के प्रति संवेदनहीन होना दुखद है। उन्होंने शीघ्र बेसहारा गोवंश के लिए आश्रय स्थल और चारा-पानी की व्यवस्था करने की मांग की है।
सीडीओ नमामि बंसल का कहना है कि इस मामले में जल्द कार्यवाही की जाएगी।