नई टिहरी
टिहरी बांध परियोजना के निर्माण से अस्तित्व में आयी विशालकाय झील जल्द ही सोना उगलेगी। शनिवार को सूबे के मुख्यमंत्री ने टिहरी झील को विश्वस्तरीय पर्यटक स्थल बनाने के लिए वेपकॉस कंपनी को तीन माह में डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि झील देश-विदेश के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनने के साथ ही सैकडो लोगों को रोजगार भी प्रदान करेगी।
शनिवार को सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कोटी कॉलोनी के टिहरी झील का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने डोबरा चांठी पुल के निरीक्षण के साथ फ्लोटिंग हट्स का भी जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने टिहरी झील को विश्वस्तरीय पर्यटक स्थल बनाने के लिए वेपकॉस कंपनी को तीन माह में डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए। बताते चलें कि 1200 करोड़ के इस प्रोजेक्ट से झील के आस-पास व्यवस्थाएं स्थापित की जानी है ताकि पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाया जा सके।
सीएम ने कहा कि टिहरी झील एवं उसके आसपास पर्यटन की अपार संभावनाएं है जिसको धरातल पर उतारने के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि टिहरी झील के आसपास पर्यटन की बुनियादी सुविधाएं स्थापित हो जाने के बाद यहां पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होगा, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार व आमदनी दोनों में वृद्धि होगी।
इस अवसर पर कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, स्थानीय विधायक धन सिंह नेगी, विधायक घनसाली शक्ति लाल शाह, विधायक प्रतापनगर विजय सिंह पवार, जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट, अपर निदेशक पर्यटन पूनमचंद आदि उपस्थित थे।