पांच नहीं छह दिन का है दीपोत्सव, 31 अक्तूबर या 1 नवंबर, कब मनाई जाएगी दिवाली? देखें पूरा कैलेंडर

पंडित उदय शंकर भट्ट

Uttarakhand

इस साल अमावस्या तिथि दीपावली 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को दो दिन आने के कारण लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में धर्म शास्त्रों में उल्लेखित है की दो दिन अमावस्या प्रदोष व्यापिनी होने पर दूसरे दिन वाली अमावस्या में ही दीपावली का पर्व मनाया जाना शास्त्र सम्मत है। हालांकि इस साल दीपोत्सव पांच नहीं छह दिन का है।

कार्तिक माह की अमावस्या तिथि पर रोशनी का पर्व दीपावली मनाई जाती है। दीपों की रोशनी बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। अंधकार को मिटाकर प्रकाश की ओर ले जाने की सीख दीपावली का पर्व देता है। इस दिन प्रदोष काल में मां लक्ष्मी की आराधना भी की जाती है।

इस बार अमावस्या तिथि दो दिन आ रही है। जिसकी वजह से दिवाली की तारीख को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई। यानी कार्तिक अमावस्या तिथि 31 अक्तूबर को भी और 01 नवंबर को भी है। 31 अक्टूबर को अमावस्या तिथि दोपहर बाद 3 बजकर 53 मिनट पर प्रारंभ हो रही है, जो 1 नवंबर को सांय 6:17 तक रहेगी। ऐसी स्थिति में ज्योतिष ग्रंथ धर्म सिंधु और निर्णय सिंधु में स्पष्ट उल्लेख है कि दूसरे दिन की अमावस्या ग्रहण की जानी चाहिए।

प्रदोषकाल के लिए धर्म शास्त्र में उल्लेख है कि दोनों दिन अमावस्या प्रदोषकाल को स्पर्श कर रही हो तो दूसरे दिन की तिथि को स्वीकार करना चाहिए। दूसरे दिन एक नवंबर को तुला राशि में सूर्य और चंद्रमा 15 डिग्री में रहेंगे, इसमें महालक्ष्मी पूजन करने का श्रेष्ठ योग है। पांच दिनों का दीपावली महापर्व इस वर्ष छह दिनों का होगा। इस बार दीपावली महापर्व की शुरुआत 29 अक्टूबर को धनतेरस से होगी। 30 अक्टूबर को नरक चतुर्दशी होगी। छोटी दीपावली 31 अक्टूबर को होगी। और दीपावली 1 नवंबर, अन्नकूट व गोवर्धन पूजा 2 नवंबर और भैयादूज 3 नवंबर के साथ ही इस महापर्व का सामापन हो जाएगा। महालक्ष्मी का पूजन का समय 1 नवंबर को 5:24 से लेकर के 8:02 तक का होगा। बही खाता पूजन का समय 1 नवंबर को 6:14 से लेकर के 8: 9 मिनट तक बही खाता पूजन करवाने का शुभ मुहूर्त रहेगा।

दीपोत्सव कैलेंडर

मंगलवार 29 अक्टूबर 2024 : धनतेरस (धन-त्रयोदशी) धनतेरस के निमित्त सायंकाल यम-दीपदान,
बुधवार 30 अक्टूबर 2024 : नरक व रूप चतुर्दशी के निमित्त सायं दीपदान
गुरुवार 31 अक्टूबर 2024 : नरक व रूप चतुर्दशी, प्रभात स्नान, अभ्यंग स्नान
शुक्रवार 01 नवम्बर 2024 : दीपावली, श्रीमहालक्ष्मी पूजन, देव-पितृ अमावस्या
शनिवार 02 नवम्बर 2024 :- अन्नकूट, गोवर्धन पूजा
रविवार 03 नवम्बर 2024 :- भैया दोज (भाई-दूज)

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