रामनगर: वन प्रभाग तराई पश्चिमी के रामनगर रेंज के पिरूमदारा क्षेत्र में बीते शाम एक बीमार गुलदार का शावक अचानक सड़क किनारे आ गया, जिससे लोगों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी।
सूचना पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम और स्थानीय लोगों ने गुलदार के शावक को रेस्क्यू किया। जिसके बाद वन विभाग की रेस्क्यू टीम शावक को अपने साथ ले गई। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्राथमिक उपचार के बाद शावक को सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
रामनगर वन प्रभाग के तराई पश्चिमी के अंतर्गत पड़ने वाले पीरूमदारा क्षेत्र में बीते सायं लोगों को एक गुलदार का शावक दिखाई दिया। आबादी क्षेत्र में शावक के देखने से लोगों में हड़कंप मच गया।
लेकिन कुछ देर बाद आसपास के लोगों ने देखा कि शावक बीमार है, जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दी। सूचना पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने गुलदार के शावक को रेस्क्यू किया और अपने साथ ले गई।
रामनगर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पशु चिकित्सालय में शावक को लाया गया, जहां उसका उपचार किया गया और पाया गया कि शावक डिहाइड्रेशन से पीड़ित है, जिसका पशु चिकित्सक डॉक्टर दुष्यंत द्वारा प्राथमिक उपचार किया गया।
जिसके बाद रात को जिस स्थान से गुलदार के शावक को पकड़ा गया था वहीं छोड़ दिया गया और कुछ देर बाद की मादा गुलदार अपने शावक को साथ ले गई।
वहीं कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि पीरूमदारा क्षेत्र में एक खेत के पास एक लेपर्ड का शावक मिला था।
जिसको रेस्क्यू कर उपचार के बाद सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया गया है। उस क्षेत्र में विभाग द्वारा कैमरा ट्रैप भी लगा दिए गए थे, जिसके बाद तराई पश्चिमी के डीएफओ द्वारा सूचना दी गई है कि शावक को मादा गुलदार अपने नेचुरल लोकेशन पर ले गई है।