नई दिल्ली
भारत निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। कोरोना महामारी को देखते हुए पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों के दौरान आगामी 15 जनवरी तक जनसभाओं, साइकिल,बाइक रैली और पदयात्राओं पर रोक लगा दी है।
आयोग ने फैसला किया है कि 15 जनवरी तक लोगों की शारीरिक रूप से मौजूदगी वाली कोई जनसभा (फिजिकल रैली), पदयात्रा, साइकिल रैली, बाइक रैली रोडशो की अनुमति नहीं होगी। आगे चुनाव आयोग कोविड महामारी की स्थिति की समीक्षा करेगा और इसके मुताबिक निर्देश जारी करेगा।
Schedule for General Election to the Legislative Assembly of Uttarakhand:
Poll Events |
Single Phase (All 70 ACs) |
Date of Issue of Notification |
21-01-2022 (Friday) |
Last date of making nomination |
28-01-2022 (Friday) |
Date of Scrutiny |
29-01-2022 (Saturday) |
Last date of withdrawal |
31-01-2022 (Monday) |
Date of Poll |
14-02-2022 (Monday) |
Date of Counting |
10-03-2022 (Thursday) |
Date of completion |
12-03-2022 (Saturday) |
इलेक्शन कमीशन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहीं ये बातें:
देश के पांच राज्यों में होने वाले चुनावों की तारीखों का ऐलान करते वक्त चुनाव आयोग ने कहा कि पिछले 6 महीने से चुनाव आयोग चुनावी तैयारियों पर नजर बनाए हुए है। साथ ही देश में कोरोना की स्थिति पर भी हमारी नजर है।
चुनाव आयोग के प्रेस कॉन्फ्रेंस के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर एक नजर:
1. वोटर्स को पहली बार मिलेगी चुनाव नियमों की पर्ची।
2. चुनावों में जनभागीदारी को बढ़ाने के लिए इलेक्शन कमीशन द्वारा लॉन्च की गई ऐप ‘C vigilance’ के जरिए कोई भी व्यक्ति आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों की शिकायत कर सकता है।
3. सभी मतदान केंद्रों ओर दिव्यंगों के लिए इस बार विशेष सुविधा उपलब्ध की जाएगी।
4. 1620 मतदान केंद्रों पर केवल महिला कर्मचारी होंगी।
5. मतदान का समय 1 घंटे हर राज्य के लिए बढ़ाया गया है।
6. कोरोनकाल में कोविड पॉजिटिव के घर जाएगी चुनाव आयोग की टीम, वोट डलवाकर आएगी
7. 80+ बुजुर्गों और कोविड प्रभावितों को पोस्टल बैटेल की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
8. ऑनलाइन नॉमिनेशन का भी विकल्प रखा गया है।
चुनाव लड़ने वालों के लिए 8 बातें
1. 15 जनवरी तक रैली, जनसभा नहीं कर सकेंगे। वर्चुअल रैली और डोर टू डोर प्रचार करने की इजाजत। डोर टू डोर प्रचार में भी केवल 5 लोग ही जा सकेंगे।
2. 15 जनवरी के बाद कोरोना के हालात का रिव्यू किया जाएगा और फिर रैलियों व जनसभाओं पर फैसला लिया जाएगा। अगर रैलियों की इजाजत दी गई तो भी इसमें कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा।
3. हर रैली से पहले चुनावी उम्मीदवार से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने का शपथ-पत्र लिया जाएगा।
4. कोविड नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ महामारी एक्ट, NDMA और IPC के धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी।
5. राजनीतिक दलों को उम्मीदवारों और प्रत्याशियों को खुद भी अपना आपराधिक रिकॉर्ड बताना होगा।
6. सभी दलों और प्रत्याशियों को हेट स्पीच, फेक न्यूज और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को लेकर बेहद सतर्क रहना होगा और इसकी निगरानी भी करनी होगी।
7. प्रत्याशी सुविधा ऐप के जरिए ऑनलाइन नॉमिनेशन कर सकेंगे।
8. सभी दलों और प्रत्याशियों को चुनावी अपराध के संबंध में एडवाइजरी जारी की जाएगी। कोड ऑफ कंडक्ट का सख्ती से पालन करना होगा।