पंडित उदय शंकर भट्ट
दिसंबर के दूसरे सप्ताह में व्रत और त्योहार के सिर्फ 2 ही दिन रहेंगे। मार्गशीर्ष महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर श्रीराम-सीता विवाह उत्सव मनाया जाता है। इस दिन महा पूजा के साथ व्रत भी रखते हैं। इस पर्व को विवाह पंचमी कहा जाता है। इसके अगले दिन षष्ठी तिथि का व्रत किया जाता है। इस दिन भगवान कार्तिकेय और शिव जी की विशेष पूजा के साथ व्रत की भी परंपरा है। इसे चंपा षष्ठी कहते हैं।
ज्योतिषीय नजरिये से भी ये सप्ताह खास रहेगा। साथ ही बुध और शुक्र ग्रह का राशि परिवर्तन भी होगा।
6 से 12 दिसंबर तक का पंचांग
6 दिसंबर, सोमवार – मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष, तृतीया
द्वितीया 7 दिसंबर, मंगलवार – मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष, चतुर्थी
8 दिसंबर, बुधवार – मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष, पंचमी, विवाह पंचमी
9 दिसंबर, गुरुवार – मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष, षष्ठी
10 दिसंबर, शुक्रवार – मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष, सप्तमी
11 दिसंबर, शनिवार – मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष, अष्टमी
12 दिसंबर, रविवार – मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष, नवमी
ज्योतिषीय नजरिये से ये सप्ताह
7 दिसंबर, मंगलवार – रवियोग
8 दिसंबर, बुधवार – शुक्र का मकर राशि में परिवर्तन
9 दिसंबर, गुरुवार – रवियोग
10 दिसंबर, शुक्रवार – बुध का धनु राशि परिवर्तन
12 दिसंबर, रविवार – सर्वार्थसिद्धि और रवियोग