भैय्या दूज : समय निश्चित कर पर्व की महत्ता को कम नहीं किया जाना चाहिए

पंडित हर्षमणि बहुगुणा

Uttarakhand

“आज भाई बहिन का पावन पर्व भैय्या दूज है। पवित्र पर्वों के लिए एक निश्चित समय की विशेष आवश्यकता तो नहीं होती है फिर भी प्रत्येक व्यक्ति शुभ सकुन के लिए लालायित रहता है। राहु काल में भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।

आज पूरे दिन भर द्वितीया तिथि है सब समय अनुकूल है फिर भी शुभ मुहूर्त में हम बहिन से टीका लगवाने की अपेक्षा रखते हैं, इस हेतु अभिजित मुहूर्त उपयुक्त है, अर्थात् मध्याह्न ११/५० से १/३० बजे तक शुभ समय है। पर केवल विशेष समय निश्चित कर पर्व की महत्ता को कम नहीं किया जा सकता है, अतः अपनी सुविधानुसार किसी भी समय हम बहिन के घर भोजन कर सकते हैं व उससे अपने आरोग्य व ऐश्वर्य की कामना करवा सकते हैं, यह भी सुनिश्चित है कि बहिन सदैव हमारी दीर्घायु की कामना करती है।

ईश्वर से प्रार्थना करती है कि हम सदैव सुखी रहें । आप सब को इस पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई। मंगलमय भविष्य की शुभकामना के साथ।

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