हिमशिखर खबर ब्यूरो।
आज शुक्रवार, 8 अप्रैल को चैत्र नवरात्रि की सप्तमी तिथि है। इस दिन देवी कालरात्रि की पूजा की जाती है। कालरात्रि मां दुर्गा का सातवां स्वरूप हैं। इनके चार हाथ और तीन आंखें हैं। देवी का रंग काला है। कालरात्रि देवी दुर्गा का उग्र रूप है। इनकी नाक से आग की ज्वाला निकलती है। देवी का वाहन गधा है। देवी के एक हाथ में खड्ग, दूसरे में अस्त्र, तीसरे में अभय मुद्रा और चौथे हाथ में वर मुद्रा है।
जिन लोगों को अनजाना भय सताता है, मानसिक तनाव बना रहता है, उन लोगों को कालरात्रि की पूजा करनी चाहिए। इनकी पूजा से भक्त के सभी दुख और बाधाएं खत्म हो सकती हैं।
देवी कालरात्रि का संदेश यही है कि व्यक्ति किसी भी परिस्थिति में डरना नहीं चाहिए। अभय रहेंगे तो बड़ी से बड़ी परेशानी को दूर किया जा सकता है।