पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।
आज का विचार
जब जल गन्दा हो तो उसे हिलाते नहीं बल्कि शान्त छोड़ देते हैं जिससे गन्दगी अपने आप नीचे बैठ जाती जाती है, इसी प्रकार जीवन में परेशानी आने पर बेचैन होने के बजाय शान्त रहकर विचार करें, हल जरूर निकलेगा.!
आज का पंचांग
रविवार, जुलाई 14, 2024
सूर्योदय: 05:33 ए एम
सूर्यास्त: 07:21 पी एम
तिथि: अष्टमी – 05:25 पी एम तक
नक्षत्र: चित्रा – 10:06 पी एम तक
योग: शिव – 06:16 ए एम तक
करण: बव – 05:25 पी एम तक
द्वितीय करण: बालव – पूर्ण रात्रि तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: रविवार
अमान्त महीना: आषाढ़
पूर्णिमान्त महीना: आषाढ़
चन्द्र राशि: कन्या – 08:43 ए एम तक
सूर्य राशि: मिथुन
शक सम्वत: 1946 क्रोधी
विक्रम सम्वत: 2081 पिङ्गल
आज का भगवद् चिन्तन
श्रेष्ठत्व की ओर
जिस तरह तपाकर,पीटकर काटकर और घिसकर स्वर्ण की परख होती है उसी तरह त्याग, शीलता,सद्गुण एवं सद्कर्म से ही महापुरुषों की पहचान होती है। जो परहित के लिए स्वयं के सुख एवं संपत्ति को त्यागना जानते हैं, जिनका व्यवहार सदैव सौम्यता से भरपूर है, सद्गुण ही जिनके जीवन की प्राप्ति एवं सद्कर्म ही जिनके जीवन का ध्येय है,वही तो महापुरुष भी हैं।
बिना अग्नि में तपे सोना निखर नहीं सकता उसी तरह बिना परिश्रम में तपे हमारा जीवन भी नहीं निखर सकता है। जीवन में श्रेष्ठ पथ की ओर बढ़ेंगे तो आलोचनाओं का सामना भी अवश्य होगा। आलोचनाओं के प्रहार सहे बिना जीवन की श्रेष्ठता के पथ पर आगे बढ़ पाना आसान नहीं।यदि कदम-कदम पर चुनौतियाँ ललकारने लगे तो समझ जाना की जीवन हमें श्रेष्ठत्व की प्राप्ति का निमंत्रण दे रहा है।