पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज आश्विन माह का दूसरा श्राद्ध है।
आज का पंचांग
बृहस्पतिवार, सितम्बर 19, 2024
सूर्योदय: 06:08 ए एम
सूर्यास्त: 06:21 पी एम
तिथि: द्वितीया – 12:39 ए एम, सितम्बर 20 तक
नक्षत्र: उत्तर भाद्रपद – 08:04 ए एम तक
क्षय नक्षत्र: रेवती – 05:15 ए एम, सितम्बर 20 तक
योग: वृद्धि – 07:19 पी एम तक
करण: तैतिल – 02:28 पी एम तक
द्वितीय करण: गर – 12:39 ए एम, सितम्बर 20 तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: गुरुवार
अमान्त महीना: भाद्रपद
पूर्णिमान्त महीना: आश्विन
चन्द्र राशि: मीन – 05:15 ए एम, सितम्बर 20 तक
सूर्य राशि: कन्या
आज का विचार
जिंदगी आसान बनाईए, कुछ अंदाज से, कुछ नजर अंदाज से। पेड़ की छाया उसी मनुष्य को अच्छी लगती है जो धूप में तपकर आया हो।
आज का भगवद् चिंतन
भय से मुक्ति
प्रभु में विश्वास की कमी ही हमारे मन में भय को उत्पन्न करती है। जीवन में जितने भी प्रकार के भय हैं, सबका निराकरण उन गोविंद की शरण में आने के बाद ही संभव है। जब बुद्धि में भय व्याप्त जाए तो प्रभु के शरणागत हो जाओ। भय कुछ खोने का हो, भय कुछ लुटने का हो, भय शत्रु का हो अथवा तो भय प्राणों का ही क्यों न हो प्रत्येक स्थिति में प्रभु की शरण हमें भय से मुक्त कराकर अभय प्रदान करती है।
हमारे समझने और स्वीकार करने भर की देर है, बाकी सच्चाई तो यही है कि चाहे हम कितने ही बलवान, सामर्थ्यवान एवं संपत्तिवान ही क्यों न हों लेकिन विपत्ति काल में उस प्रभु के सिवा कोई हमें अभय प्रदान करने वाला हो ही नहीं सकता। रोग में, शोक में, दुख में, पीड़ा में, कष्ट में, विपत्ति में जिस भी स्थिति में उस प्रभु के शरणागत हो जायेंगे उसी स्थिति में उन कृपा सिंधु प्रभु द्वारा हमें स्वीकार करके समस्त भयों का नाश करते हुए अभयता प्रदान कर दी जायेगी।