पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज आश्विन माह नवरात्र प्रथम दिवस है।
आज का पंचांग
बृहस्पतिवार, अक्टूबर 3, 2024
सूर्योदय: 06:15
सूर्यास्त: 18:04
तिथि: प्रतिपदा – 26:58+ तक
नक्षत्र: हस्त – 15:32 तक
योग: इन्द्र – 28:24+ तक
करण: किंस्तुघ्न – 13:38 तक
द्वितीय करण: बव – 26:58+ तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: गुरुवार
अमान्त महीना: आश्विन
पूर्णिमान्त महीना: आश्विन
चन्द्र राशि: कन्या – 29:06+ तक
सूर्य राशि: कन्या
आज का विचार
अगर सत्य की राह इतनी ही आसान होती तो इस राह पर भीड़ ही भीड़ होती यु ही सुनसान ना पड़ी होती।
आज का भगवद् चिन्तन
नवरात्रों की मंगल बधाई
नैराश्य रूपी अंधकार का नाश करते हुए सकारात्मकता रूपी नव ऊर्जा से भरकर जीवन को नवीनता प्रदान करना ही नवरात्रि पर्व का मुख्य संदेश है। जीवन में काम, क्रोध, लोभ, मोह का समावेश ही घनघोर रात्रि के समान है जिसमें प्रायः जीव उचित मार्ग के अभाव में भटकता रहता है।
हमारे शास्त्रों में अज्ञान और विकारों को एक विकराल रात्रि के समान ही बताया गया है। इन दुर्गुण रूपी रात्रि के समन के लिए व जीवन को एक नईं दिशा, नईं उमंग, नया उत्साह देने के साधना काल का नाम ही नवरात्र है। माँ दुर्गा साक्षात ज्ञान का ही स्वरूप है और नवरात्र में माँ दुर्गा की उपासना का अर्थ ही ज्ञान रूपी दीप का प्रज्ज्वलन कर जीवन से अज्ञान के तिमिर का नाश करना है।
नवरात्र प्रथम दिवस में माँ शैलपुत्री की आराधना करते हुए नारी के शक्ति स्वरूप का बोध कराते हुए उन्हें देवी स्वरूप में प्रतिष्ठित कराने के पावन पर्व आश्विन नवरात्रि की आप सभी को अनंत शुभकामनाएं एवं मंगल बधाई।