पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज भाद्रपद की 16 गते है। भाद्रपद कृष्ण पक्ष का प्रदोष व्रत आज 31 अगस्त, शनिवार को रखा जाएगा। शनिवार के दिन पड़ने के कारण यह शनि प्रदोष व्रत है। प्रदोष व्रत की पूजा प्रदोषकाल यानी सायं काल में की जाती है।
आज का पंचांग
शनिवार, अगस्त 31, 2024
सूर्योदय: 05:59 ए एम
सूर्यास्त: 06:43 पी एम
तिथि: त्रयोदशी – 03:40 ए एम, सितम्बर 01 तक
नक्षत्र: पुष्य – 07:39 पी एम तक
योग: वरीयान् – 05:39 पी एम तक
करण: गर – 02:59 पी एम तक
द्वितीय करण: वणिज – 03:40 ए एम, सितम्बर 01 तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: शनिवार
पूर्णिमान्त महीना: भाद्रपद
चन्द्र राशि: कर्क
सूर्य राशि: सिंह
शक सम्वत: 1946 क्रोधी
आज का विचार
हमारे मुख से सबके लिए प्रशंसा के शब्द ना निकलें कोई बात नहीं, पर हमारे मुख से किसी की निंदा ना हो। यह तो किया जा सकता है।
आज का भगवद् चिन्तन
गोवर्धन धारी श्रीकृष्ण
भगवान श्रीकृष्ण की प्रत्येक लीला, प्रत्येक कर्म अपने आप में कुछ विशेष संदेश लिये हैं। सात वर्ष के कन्हैया ने सात दिनों तक सात कोसीय गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी ऊंगली पर उठाया और नाम पड़ा गिरिधर और गिरिधारी। गोवर्धन धारण लीला करके भगवान श्रीकृष्ण ने मानवमात्र को यह संदेश दिया कि मानव जीवन कठिनाइयों और चुनौतियों से भरा पड़ा है।
दृढ़ संकल्प और मजबूत इच्छाशक्ति के बल पर छोटे से कन्हैया ने बड़ी ही निर्भीकता और सुगमता के साथ उस विशाल गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। जीवन की समस्याएं भले ही पहाड़ जितनी विशाल हों लेकिन अपने आत्मविश्वास को डिगाए बिना, मजबूत इच्छाशक्ति के साथ उसका सामना किया जाए तो हम पायेंगे कि बड़े ही आसानी से उसका निराकरण भी हो सकता है।