पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।
आज का पंचांग
बुधवार, अक्टूबर 16, 2024
सूर्योदय: 06:23
सूर्यास्त: 17:50
तिथि: चतुर्दशी – 20:40 तक
नक्षत्र: उत्तर भाद्रपद – 19:18 तक
योग: ध्रुव – 10:10 तक
क्षय योग: व्याघात – 29:57+ तक
करण: गर – 10:31 तक
द्वितीय करण: वणिज – 20:40 तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: बुधवार
अमान्त महीना: आश्विन
पूर्णिमान्त महीना: आश्विन
चन्द्र राशि: मीन
सूर्य राशि: कन्या
आज का विचार
श्रेष्ठता जन्म से नही आती, गुणों के कारण इसका निर्माण होता है। “दूध-दही-छाछ-घी” सब एक ही कुल के होते हुए भी सब के मूल्य अलग अलग होते है।
आज का भगवद् चिन्तन
इंसानियत को अपनायें
महत्वपूर्ण यह नहीं है कि आप विशिष्ट बनें अपितु यह है कि आप शिष्ट बनें। यदि आप सदाचार युक्त, नीति युक्त, धर्ममय एवं निष्ठापूर्वक जीवन जीते हैं तो सत्य समझना आप दैवीय जीवन ही जीते हैं। देवता केवल वे नहीं जिन्होंने स्वर्ग में घर बनाया है अपितु वे हैं जिन्होंने घर को ही स्वर्ग बनाया है। सदगुण, सदाचार और सद्चरित्रों का जीवन में प्रवेश ही जीवन में दैवत्व घटित हो जाना है।
हम सबको अपने जीवन में सदैव महान बनने की अपेक्षा एक अच्छे इंसान बनने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए। जहाँ एक अच्छे और सच्चे इंसान का निर्माण होता है महान बनने की प्रक्रिया भी वहीं से प्रारम्भ होती है। जीवन में एक अच्छा इंसान बनना ही महान बनना भी है। मनुष्य जन्म मिलना कोई बड़ी बात नहीं अपितु जीवन में मनुष्यता का जन्म होना, यह बहुत बड़ी और दुर्लभ बात है। इंसानियत ही किसी जीवन को श्रेष्ठ बनाती है।
आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए हिमशिखर खबर…