पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी है, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज 31 गते वैशाख है। आज स्कन्द षष्ठी व्रत है।
षष्ठी तिथि भगवान स्कन्द को समर्पित हैं। शुक्ल पक्ष की षष्ठी के दिन श्रद्धालु लोग उपवास करते हैं। षष्ठी तिथि जिस दिन पञ्चमी तिथि के साथ मिल जाती है उस दिन स्कन्द षष्ठी के व्रत को करने के लिए प्राथमिकता दी गयी है। इसीलिए स्कन्द षष्ठी का व्रत पञ्चमी तिथि के दिन भी हो सकता है। स्कन्द षष्ठी को कन्द षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है।
आज का पंचांग
सोमवार, मई 13, 2024
सूर्योदय: 05:31
सूर्यास्त: 19:04
तिथि: षष्ठी – 02:50, मई 14 तक
नक्षत्र: पुनर्वसु – 11:23 तक
योग: शूल – 07:42 तक
करण: कौलव – 14:21 तक
द्वितीय करण: तैतिल – 02:50, मई 14 तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: सोमवार
अमान्त महीना: वैशाख
पूर्णिमान्त महीना: वैशाख
चन्द्र राशि: कर्क
सूर्य राशि: मेष
आज का विचार
पैर में से काँटा निकल जाए तो, चलने में मज़ा आ जाता है, और मन में से अहंकार निकल जाए तो जीवन जीने में मज़ा आ जाता है
आज का भगवद् चिन्तन
विवेक के आश्रित बनें
विवेकवान व्यक्ति ही जीवन की प्रत्येक परिस्थिति, वस्तु, व्यक्ति, अवस्था इन सबको अपने अनुकूल कर सकता है। जिस प्रकार जब बाढ़ आती है तो वह सब कुछ बहाकर ले जाती है। इस स्थिति में भी एक कुशल तैराक अपनी तैरने की कला से बाढ़ को मात देकर स्वयं तो बचता ही है अपितु कई औरों के जीवन को भी बचाने में सहायक होता है।
विवेक के आश्रय में कुशलतापूर्वक जिया गया जीवन समाज के लिए भी एक आदर्श स्थापित करता है। अपने आपको दुनिया की भीड़ का हिस्सा मत बनाओ। परिस्थिति और अभावों का रोना ना रोकर जीवन में कुछ श्रेष्ठ करने के लिए सदैव प्रयासरत रहो। विवेक का आश्रय कभी भी तुम्हारा पतन नहीं होने देगा। जीवन में विवेकयुक्त होकर कार्य करना ही मनुष्यता है अथवा जो विवेक पूर्ण कार्य करे वही मनुष्य है।