आज का पंचांग: 17 मई, सत्संग का आश्रय

पंडित उदय शंकर भट्ट

Uttarakhand

आज आपका दिन मंगलमयी है, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज ज्येष्ठ मास की 4 गते है।

आज का पंचांग

शुक्रवार, मई 17, 2024
सूर्योदय: 05:29
सूर्यास्त: 19:06
तिथि: नवमी – 08:48 तक
नक्षत्र: पूर्वाफाल्गुनी – 21:18 तक
योग: व्याघात – 09:21 तक
करण: कौलव – 08:48 तक
द्वितीय करण: तैतिल – 22:05 तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: शुक्रवार
अमान्त महीना: वैशाख
पूर्णिमान्त महीना: वैशाख
चन्द्र राशि: सिंह – 04:05, मई 18 तक
सूर्य राशि: वृषभ

आज का विचार

सेहत को ठीक रखने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव, पचास ग्राम की जीभ को सत्तर किलो के शरीर पर हावी ना होने दें।

आज का भगवद् चिंतन

 सत्संग का आश्रय

आत्मकल्याण के लिए जीवन सदैव सत्संग के आश्रय में जिया जाना चाहिए। यदि बुद्धि को परिमार्जित करते हुए उसमें प्रतिदिन कुछ श्रेष्ठ विचार, कुछ सद्विचार ना भरे जाएं तो हमारे वही कलुषित विचार जीवन के लिए जहर बनकर उसकी आत्मिक उन्नति में बाधक बन जाते हैं। भोर की प्रथम किरणों के साथ कुछ पुराने फूल झड़ जाते हैं और नयें फूल खिल उठते हैं व प्रकृति को सुवासित करते हैं।

उसी प्रकार एक नया दिन एक नईं ऊर्जा और एक नयें विचारों के साथ आता है। एक नया दिन आता है तो साथ में नवीन उल्लास और नईं आश लेकर भी आता है ताकि हम अपने जीवन को नयें विचारों से सुवासित एवं उल्लासित कर सकें। मानव मन को भी प्रतिदिन सद्विचार और सत्संग रूपी साबुन से स्वच्छ करने की जरूरत होती है ताकि विचारों की कलुषिता का मार्जन हो सके। सदा सत्संग के आश्रय में रहो ताकि हृदय की निर्मलता और विचारों की पवित्रता बनी रहे।

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