पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज सोमवार को भी प्रस्तुत कर रहा है आपके लिए पंचांग, जिसको देखकर आप बड़ी ही आसानी से पूरे दिन की प्लानिंग कर सकते हैं। अगर आप आज कोई नया कार्य आरंभ करने जा रहे हैं तो आज के शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलता पूर्वक संपन्न हो सकें।
आज का विचार
…व्यक्ति का सम्मान उन शब्दों से होता है, जो शब्द उनकी अनुपस्थिति में कहा जाए। व्यक्ति में हिम्मत न हो, तो प्रतिष्ठा नहीं। यदि विरोधी न हो तो व्यक्ति के जीवन में प्रगति नहीं।
भगवान राम के व्यक्तित्व के पीछे मां कौशल्या हैं
पंडित विजय शंकर मेहता
राम मानव जीवन की उच्चतम अभिव्यक्ति बने हैं तो उसके पीछे भी मां कौशल्या की कई प्रेरणाएं हैं। कहते हैं एक बार राजा दशरथ ने कौशल्या से कहा कि आपने कभी कुछ मांगा नहीं? कौशल्या ने मांगा कि राम जब राजा बने तो मैं अपने हाथों से उसका शृंगार करूं।
राम इतना बड़ा हो गया, मैं उसे ठीक से स्पर्श भी नहीं कर पाई हूं। अधिकांश मौकों पर कैकेयी राम को ले जाकर अपने महल में लालन-पालन करती थीं। कौशल्या बहुत संकोची थीं। कौशल्या उस दिन राम के शृंगार के लिए तैयार थीं और राम ने सूचना दी- पिता जी ने मुझे वन का राज्य दिया है।
कौशल्या इस निर्णय के पीछे के दुख और कुटिलता को जान गईं थीं। उन्होंने राम को आशीर्वाद दिया- जाओ, एक वन तुम्हारे लिए सौ अवध के बराबर हो। आज स्वामी विवेकानंद की जयंती है। नारी शक्ति का मां के रूप में कैसे सम्मान किया जाए, ये विवेकानंद जी ने हनुमान से सीखा था।
समय का महत्व
जो समय के साथ चलना जानता है समय भी उसके अधीन होकर चलता है। समय मूल्यवान और बहुमूल्य नहीं अपितु अमूल्य है। हमारे पूरे जीवन भर की कमाई भी समय के एक क्षण को नहीं खरीद पायेगी इसलिए समय के दुरुपयोग से सदैव बचना चाहिए।
जीवन में व्यस्तता हो लेकिन वह सृजनात्मक, रचनात्मक कार्यों में हो तभी समय का सदुपयोग समझा जायेगा। समय कभी भी किसी की प्रतीक्षा नहीं करता। तुम चलो ना चलो, समय प्रति क्षण गतिमान है।
समय अमूल्य है हर क्षण घट रहा है। जो आज है वो कल नहीं और अभी है फिर बाद में नहीं। इसलिए समय के महत्व को विशेष रूप से समझा जाये और अपने जीवन को अच्छे कार्यों में, श्रेष्ठ कार्यों में लगाया जाये। समय का सदुपयोग बुद्धिमत्ता है और समय का दुरुपयोग ही जीवन की बहुत बड़ी मूढ़ता।
आज का पंचांग
सूर्योदय: 07:15
सूर्यास्त: 17:43
तिथि: प्रतिपदा – 14:23 तक
नक्षत्र: उत्तराषाढा – 15:18 तक
योग: हर्षण – 14:05 तक
करण: बव – 14:23 तक
द्वितीय करण: बालव – 00:47, जनवरी 13 तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: शुक्रवार
पूर्णिमान्त महीना: पौष
चन्द्र राशि: मकर
सूर्य राशि: धनु
शक सम्वत: 1945 शोभकृत्
विक्रम सम्वत: 2080 नल
तिथि | प्रतिपदा | 14:22 तक |
नक्षत्र | उत्तराषाढ़ा | 15:10 तक |
प्रथम करण द्वितीय करण |
बव बालव |
14:22 तक 24:47 तक |
पक्ष | शुक्ल | |
वार | शुक्रवार | |
योग | हरषाना | 13:59 तक |
सूर्योदय | 07:19 | |
सूर्यास्त | 17:40 | |
चंद्रमा | मकर | |
राहुकाल | 11:12 − 12:30 | |
विक्रमी संवत् | 2080 | |
शक सम्वत | 1944 | |
मास | पौष | |
शुभ मुहूर्त | अभिजीत | 12:09 − 12:50 |
पढ़ते रहिए हिमशिखर खबर, आपका दिन शुभ हो…