आज नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्‍मांडा की पूजा: 12 अप्रैल, शुभ-अशुभ मुहूर्त का समय

पंडित उदय शंकर भट्ट

Uttarakhand

आज आपका दिन मंगलमयी हो। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।नवरात्रि में मां दुर्गा के चौथे रूप मां कुष्‍मांडा की पूजा चौथे दिन करने का विधान है। इस दिन सभी लोग विधि विधान से मां दुर्गा की पूजा करते हैं और भोग पेठा, मिठाई और फल अर्पित करके आरती करते हैं। देवी जी को भोग में मालपुआ भी बेहद प्रिय है। इसलिए पूजा में मालपुआ भी रखना चाहिए।

आज का विचार

व्यक्ति का व्यवहार देखना हो तो उसे सम्मान दो। आदत देखनी हो तो स्वतंत्र कर दो। नीयत देखनी हो तो क़र्ज़ दो और गुण देखने हो तो उसके साथ कुछ समय बिताओ।

 आज का भगवद् चिन्तन

माँ कूष्माण्डा

दुनिया में केवल शक्ति सम्पन्न होने मात्र से ही कोई भी पूज्यनीय और वन्दनीय नहीं बन जाता है अपितु उस शक्ति का सही प्रयोग और समय पर प्रयोग करने वालों को ही युगों – युगों तक स्मरण रखा जाता है। केवल सामर्थ्यवान होना पर्याप्त नहीं है अपितु उस सामर्थ्य को लोक मंगल एवं लोक कल्याण में लगाना ही जीवन की परम श्रेष्ठता एवं सार्थकता है।

अथाह शक्ति सम्पन्न होने पर भी माँ दुर्गा ने अपनी सामर्थ्य का प्रयोग कभी भी किसी निर्दोष को दण्डित करने हेतु नहीं किया बल्कि केवल और केवल आसुरी वृत्तियों के नाश के लिए ही किया। शक्ति का गलत दिशा में प्रयोग ही तो पाप है।

साधन शक्ति सम्पन्न हो जाने पर कायर बनकर चुप बैठ जाना यह भी एक प्रकार से असुरत्व को बढ़ाने जैसा ही है। अपनी समस्त शक्ति व साधनों को मानवता की रक्षा में लगाने की प्रेरणा हमें माँ जग जननी भगवती से लेनी होगी। नवरात्रि के चतुर्थ दिवस में माँ के ” कूष्मांडा ” स्वरुप का पूजन व वंदन किया जाता है।

आज का पंचांग

शुक्रवार, अप्रैल 12, 2024
सूर्योदय: 05:59
सूर्यास्त: 18:45
तिथि: चतुर्थी – 13:11 तक
नक्षत्र: रोहिणी – 00:51, अप्रैल 13 तक
योग: सौभाग्य – 02:13, अप्रैल 13 तक
करण: विष्टि – 13:11 तक
द्वितीय करण: बव – 00:32, अप्रैल 13 तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: शुक्रवार
अमान्त महीना: चैत्र
पूर्णिमान्त महीना: चैत्र
चन्द्र राशि: वृषभ
सूर्य राशि: मीन

प्राणियों में सद्भावना हो,

विश्व का कल्याण हो।

गौ माता की जय हो।

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