पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी है, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज गुरुवार का दिन है। आज 18 गते वैशाख है। आज का राहुकाल 7:30 से 9 बजे तक रहेगा।
आज का पंचांग
सोमवार, अप्रैल 29, 2024
सूर्योदय: 05:42
सूर्यास्त: 18:55
तिथि: पञ्चमी – 07:57 तक
नक्षत्र: पूर्वाषाढा – 04:42, अप्रैल 30 तक
योग: सिद्ध – 00:26, अप्रैल 30 तक
करण: तैतिल – 07:57 तक
द्वितीय करण: गर – 19:34 तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: सोमवार
अमान्त महीना: चैत्र
पूर्णिमान्त महीना: वैशाख
चन्द्र राशि: धनु
सूर्य राशि: मेष
आज का विचार
विद्या हमेशा निरंतर अभ्यास करने से ही आती है। जो मनुष्य सबको खुश रखना चाहता है वह किसी को खुश नहीं कर सकता। गुरु नानक साहब कहते हैं:- जो तुम देते हो वह तुम्हारा है, जो तुम रखते हो वह तुम्हारा नहीं है।
आज का भगवद् चिंतन
जीवन निर्माण
मनुष्य के सिवा कोई और प्राणी श्रेष्ठ विचारों द्वारा एक श्रेष्ठ जीवन का निर्माण नहीं कर पाता है। मनुष्य ही एक मात्र ऐसा प्राणी है जिसका व्यक्तित्व निर्माण प्रकृति से ज्यादा उसकी स्वयं की प्रवृत्ति पर निर्भर होता। मनुष्य अपने विचारों से निर्मित एक प्राणी है, वह जैसा सोचता है, वैसा बन जाता है।
मनुष्य के अलावा अन्य किसी प्राणी का निर्माण प्रकृति ने जैसा कर दिया, कर दिया। अब उसमें सुधरने की कोई संभावना बाकी नहीं रह जाती है। मनुष्य में जीवन के अंतिम क्षणों तक जीवन परिवर्तन के द्वार सदा खुले रहते हैं। वह अपने जीवन को अपने हिसाब से उत्कृष्ट या निकृष्ट बना सकने में समर्थ होता है।
पशु के जीवन में पशु से पशुपतिनाथ बनने की संभावना नहीं होती पर एक मनुष्य के जीवन में नर से नारायण बनने की प्रबल संभावना होती है। मनुष्य जैसा खाता है, जैसा देखता है, जैसा सुनता है, जैसा बोलता है और जैसा सोचता है, फिर उसी के अनुरूप वो अपने व्यक्तित्व का निर्माण भी कर लेता है।
प्राणियों में सद्भावना हो,
विश्व का कल्याण हो।
गौ माता की जय हो।