पंडित उदय शंकर भट्ट
सुप्रभातम्,
आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज शुक्रवार को भी प्रस्तुत कर रहा है आपके लिए पंचांग, जिसको देखकर आप बड़ी ही आसानी से पूरे दिन की प्लानिंग कर सकते हैं। पंचांग के अनुसार, आज माघ माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि है जो दोपहर 04 बजकर 02 मिनट तक रहने वाली है। इसके बाद अष्टमी तिथि आरंभ हो जाएगी। ऐसे में इस तिथि पर मासिक कृष्ण जन्माष्टमी और कालाष्टमी मनाई जाएगी। आइए पढ़ते हैं आज का पंचांग।
आज का विचार
कोई प्रशंसा करे या फिर निंदा करे। दोनों में लाभ हमारा ही तो है। क्योंकि, प्रशंसा प्रेरणा देती है और निंदा सावधान होने का अवसर।
आज का भगवद् चिन्तन
गीता जी की शरण में कर्तव्य बोध
असमंजस में पड़ा प्रत्येक व्यक्ति ही अर्जुन है। मनुष्य मन की वह स्थिति जब वो किंकर्तव्यविमूढ़ हो जाता है उसी का प्रतिकात्मक रूप अर्जुन है। जीवन में जब – जब अनिर्णय की स्थिति में पहुँच जाओ और विवेक आपका साथ ना दे रहा हो कि आखिर कौन से मार्ग पर आगे बढ़ा जाए..? तो तब – तब आप गीता जी की शरण में चले जाना।
गीता जी हमें प्रत्येक अनिर्णय की स्थिति से बाहर निकालकर वास्तविक एवं श्रेष्ठ कर्तव्य का बोध कराती है। गीता की शरण में जाने के बाद अर्जुन ने कहा कि मेरा मोह नष्ट हो गया है और मैंने अपनी उस स्मृति को प्राप्त कर लिया है जो मुझे मेरे कर्तव्य पथ का बोध कराती है।
ठीक इसी प्रकार अर्जुन की ही तरह गीता जी द्वारा अपने प्रत्येक शरणागत जीव के संशयों का नाश कर उसे उसकी वास्तविक स्थिति एवं कर्तव्यों का बोध कराया जाता है। जीवन के सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन का नाम ही श्रीमद्भगवद्गीता है।
आज का पंचांग
शुक्रवार, फरवरी 2, 2024
सूर्योदय: 07:09
सूर्यास्त: 18:01
तिथि: सप्तमी – 16:02 तक
नक्षत्र: स्वाती – 05:57, फरवरी 03 तक
योग: शूल – 12:55 तक
करण: बव – 16:02 तक
द्वितीय करण: बालव – 04:47, फरवरी 03 तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: शुक्रवार
अमान्त महीना: पौष
पूर्णिमान्त महीना: माघ
चन्द्र राशि: तुला
सूर्य राशि: मकर
शक सम्वत: 1945 शोभकृत्
विक्रम सम्वत: 2080 नल
तिथि | सप्तमी | 15:58 तक |
नक्षत्र | स्वाति | 29:50 तक |
प्रथम करण | बावा | 15:58 तक |
द्वितीय करण | बालवा | 28:46 तक |
पक्ष | कृष्ण | |
वार | शुक्रवार | |
योग | शुला | 12:48 तक |
सूर्योदय | 07:13 | |
सूर्यास्त | 17:56 | |
चंद्रमा | तुला | |
राहुकाल | 11:14 − 12:34 | |
विक्रमी संवत् | 2080 | |
शक संवत | 1944 | |
मास | माघ | |
शुभ मुहूर्त | अभिजीत | 12:13 − 12:56 |
धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो
प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो
गौ माता की जय हो।