पंडित उदय शंकर भट्ट
सुप्रभातम्,
आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज रविवार को भी प्रस्तुत कर रहा है आपके लिए पंचांग, जिसको देखकर आप बड़ी ही आसानी से पूरे दिन की प्लानिंग कर सकते हैं।
आज का विचार
जीवन में असफलताओं से मत घबराइए यह तो आनी ही है। समस्याओं के बिना जीवन की सुंदरता नहीं है।
आज का भगवद् चिन्तन
आंतरिक संपन्नता
हमारा बौद्धिक स्तर ही हमें किसी घटना से अधिक अथवा कम प्रभावित करता है। आंतरिक सूझ-बूझ के अभाव में एक धनवान व्यक्ति भी उतना ही दुःखी हो सकता है जितना एक निर्धन व्यक्ति और आंतरिक समझ की बदौलत एक निर्धन व्यक्ति भी उतना ही सुखी हो सकता है जितना एक धनवान। वाह्य सुख साधनों से किसी की सफलता अथवा प्रसन्नता का मूल्यांकन करना संभव नहीं है।
जीवन में प्रायः संग्रह करने वालों को रोते और बांटने वालों को हँसते देखा गया है। सुख और दुःख का मापक हमारी आंतरिक प्रसन्नता ही है। किस व्यक्ति ने कितना पाया यह नहीं अपितु कितना तृप्ति का अनुभव किया, यह महत्वपूर्ण है। आज बहुत लोग ऐसे हैं जो धन के कारण नहीं मन के कारण परेशान हैं। सकारात्मक सोच के अभाव में जीवन बोझ बन जाता है। सत्संग से, भगवदाश्रय से, महापुरुषों की सन्निधि से ही जीवन में विवेकशीलता एवं आंतरिक समझ का उदय होता है।
आज का पंचांग
रविवार, फरवरी 4, 2024
सूर्योदय: 07:08
सूर्यास्त: 18:02
तिथि: नवमी – 17:49 तक
नक्षत्र: विशाखा – 07:21 तक
योग: वृद्धि – 12:13 तक
करण: गर – 17:49 तक
द्वितीय करण: वणिज – 05:44, फरवरी 05 तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: रविवार
अमान्त महीना: पौष
पूर्णिमान्त महीना: माघ
चन्द्र राशि: वृश्चिक
सूर्य राशि: मकर
शक सम्वत: 1945 शोभकृत्
विक्रम सम्वत: 2080 नल
तिथि | नवमी | 17:43 तक |
नक्षत्र | विशाखा | 07:14 तक |
प्रथम करण | गर | 17:43 तक |
द्वितीय करण | वणिज | 29:43 तक |
पक्ष | कृष्ण | |
वार | रविवार | |
योग | वृद्धि | 12:04 तक |
सूर्योदय | 07:11 | |
सूर्यास्त | 17:58 | |
चंद्रमा | वृश्चिक | |
राहुकाल | 16:37 − 17:58 | |
विक्रमी संवत् | 2080 | |
शक संवत | 1944 | |
मास | माघ | |
शुभ मुहूर्त | अभिजीत | 12:13 − 12:56 |
धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो
प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो
गौ माता की जय हो।