पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी है, यही मंगलमयी है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रही है।
आज का पंचांग
रविवार, अप्रैल 7, 2024
सूर्योदय: 06:04
सूर्यास्त: 18:43
तिथि: त्रयोदशी – 06:53 तक
क्षय तिथि: चतुर्दशी – 03:21, अप्रैल 08 तक
नक्षत्र: पूर्व भाद्रपद – 12:58 तक
योग: ब्रह्म – 22:17 तक
करण: वणिज – 06:53 तक
द्वितीय करण: विष्टि – 17:07 तक
क्षय करण: शकुनि – 03:21, अप्रैल 08 तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: रविवार
अमान्त महीना: फाल्गुन
पूर्णिमान्त महीना: चैत्र
चन्द्र राशि: कुम्भ – 07:39 तक
सूर्य राशि: मीन
शक सम्वत: 1945 शोभकृत्
विक्रम सम्वत: 2081 पिङ्गल
आज का विचार
सफलता की तैयारी न करना असफलता के लिए तैयारी करने के समान है। आप अपने जीवन काल के लिए कुछ नहीं कर सकते है, लेकिन आप इसे मूल्यवान बनाने के लिए कुछ अवश्य कर सकते है।
आज का भगवद् चिंतन
अनुशासन में जियें
अनुशासित जीवन सदैव आदर्श जीवन भी होता है। माता – पिता के द्वारा डाँटा गया पुत्र, गुरु के द्वारा डाँटा गया शिष्य एवं सुनार के द्वारा पीटा गया सोना सदैव आभूषण ही बनते हैं।प्रहार ही तो जीवन में निखार का कारण भी बनते हैं। पत्थरों का मूर्ति के रुप में तब तक रुपांतरण नहीं हो सकता जब तक कि उन्हें अच्छी तरह से छैनी एवं हथोड़े के प्रहार से ना गुजरना पड़े।
हजारों प्रहार ही पत्थर को मूर्ति का आकार प्रदान करते हैं। ऐसे ही अपने से बडों की डाँट ही जीवन को श्रेष्ठता एवं दिव्यता प्रदान करती है। समाज के समक्ष सदैव वही जीवन वंदनीय एवं अनुकरणीय बन सका जिस जीवन ने अपने बडों का सम्मान करना सीखा। अपने से बड़ों के कटु शब्द जीवन में उन नीम के पत्तों के समान ही हैं, जो बेशक कड़वे होंगे लेकिन स्वास्थ्य के लिए एक औषधि के रूप में ही कार्य करेंगे अथवा तो जीवन के लिए अति हितकर ही सिद्ध होंगे।
प्राणियों में सद्भावना हो,
विश्व का कल्याण हो।
गौ माता की जय हो।