पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज यानी शुक्रवार के दिन धन की देवी यानी कि मां लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, श्रद्धापूर्वक और विधिवत रूप से लक्ष्मी जी की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को आर्थिक समस्याओं से राहत मिल सकती है।
इन दिनों डेली ड्रिंक बड़ी समस्या बन रही है। बड़ी बीमारी है डेली ड्रिंक। अब लोग सरेआम शराब पीने लगे हैं। इनसे बचने के लिए हमें नई पीढ़ी को अपनी जड़ों की ओर डायवर्ट करना चाहिए। परिवारों में एक प्रयोग हो कि बच्चों को लेकर बैठें, पुराने एलबम दिखाकर बड़े-बूढ़ों का परिचय उनसे कराएं। वसीयत में यदि आप उन्हें जड़ों से जोड़ेंगे तो भविष्य के लिए परिवार में बहुत शांति उतरेगी। अन्यथा ये तीन बातें परिवारिक जीवन को बहुत आहत करेंगी।
आज का भगवद् चिन्तन
प्रेरणाग्राही बनें
बिना प्रेरणा लिए हमारा जीवन प्रेरणादायक नहीं बन सकता है। जिसमें कुछ सीखने की ललक होती है, वही कुछ सिखाने की काबिलियत भी रखता है। यदि हम लेना चाहें तो संपूर्ण प्रकृति प्रेरणा से भरी हुई है। प्रेरणा पर्वत से लेनी चाहिए जिसके मार्ग में अनेक आंधी और तूफान आते हैं पर उसके स्वाभिमान एवं मस्तक को नहीं झुका पाते। प्रेरणा लहरों से लेनी चाहिए जो गिरकर फिर उठ जाती हैं और अपने लक्ष्य तक पहुँचे बगैर रुकती नहीं।
प्रेरणा बादलों से लेनी चाहिये जो समुद्र से जल लेते हैं और रेगिस्तान में बरसा देते हैं। प्रेरणा हमें वृक्षों से लेनी चाहिए, फल लग जाने के बाद जिनकी डालियाँ स्वतः झुक जाया करती हैं। प्रेरणा उन फूलों से लेनी चाहिए जो खिलते भी दूसरों के लिए और टूटते भी दूसरों के लिए हैं। जो व्यक्ति प्रेरणा लेना जानता है उसका जीवन एक दिन स्वतः प्रेरणा दायक भी बन जाता है।
आज का विचार
इन्सान का व्यक्तित्व तब ही उभर के आता है जब वो अपनों से ठोकर खा के आता है। जो लोग सोच बदल लेते हैं, वो लोग दुनिया बदलने की ताक़त रखते हैं.!