पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।
आज का भगवद् चिन्तन
दृष्टि परिवर्तन
जीवन की प्रत्येक बाधा हमें कुछ न कुछ सीख अवश्य प्रदान करती है। दुःख में सुख खोज लेना, हानि में लाभ खोज लेना और प्रतिकूलताओं में भी अवसर खोज लेना इसी को सकारात्मक दृष्टिकोण कहा जाता है। जीवन का ऐसा कोई बड़े से बड़ा दुःख नहीं जिसमें सुख की परछाई न छुपी हो। रास्ते में पड़े हुए पत्थर को हम मार्ग की बाधा भी मान सकते हैं और चाहें तो उन पत्थरों को सीढ़ी बनाकर ऊपर भी चढ़ सकते हैं।
जीवन का आनन्द वही लोग उठा पाते हैं जिनके सोचने का ढंग सकारात्मक होता है। इस दुनिया में लोग इसलिए दुःखी नहीं कि उन्हें किसी वस्तु की कमी है अपितु इसलिए दुःखी हैं कि उनके सोचने का ढंग नकारात्मक है। नकारात्मक सोचेंगे तो जो है, उसमें भी दु:खी रहेंगे और सकारात्मक सोचेंगे तो वो हमको अभावों में भी प्रसन्नतापूर्वक जीने का आत्मबल प्रदान करेगा।
आज का विचार
हम सूर्य को नमस्कार अथवा पूजा उसकी उँचाई या मात्र धार्मिक आधार के कारण ही नहीं करते अपितु उसकी उपयोगिता एवं गुणों के कारण भी करते हैं। इसलिए सदैव स्मरण रहे कि व्यक्ति नहीं व्यक्तित्व पूजनीय है
आज का पंचांग
सोमवार, दिसम्बर 2, 2024
सूर्योदय: 06:57
सूर्यास्त: 17:24
तिथि: प्रतिपदा – 12:43 तक
नक्षत्र: ज्येष्ठा – 15:45 तक
योग: धृति – 16:01 तक
करण: बव – 12:43 तक
द्वितीय करण: बालव – 00:59, दिसम्बर 03 तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: सोमवार
अमान्त महीना: मार्गशीर्ष
पूर्णिमान्त महीना: मार्गशीर्ष
चन्द्र राशि: वृश्चिक – 15:45 तक
सूर्य राशि: वृश्चिक