पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज अंगारक चतुर्थी है। प्रत्येक मास के दोनों पक्षों की चतुर्थी तिथि को भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने लिए व्रत-पूजा की जाती है। जब किसी महीने की चतुर्थी तिथि का संयोग मंगलवार को होता है तो इसे अंगारक चतुर्थी कहते हैं। ये चतुर्थी भगवान श्रीगणेश के साथ-साथ मंगलदेव की पूजा के लिए बहुत शुभ मानी जाती है।
आज का विचार
बड़ाई बड़ी मीठी है, उसकी चाहत कम नहीं होती, सच्चाई बड़ी कड़वी है। सबको हजम नहीं होती। कुछ कह गए, कुछ सह गए, कुछ कहते कहते रह गए। मै सही तुम गलत के खेल में न जाने कितने रिश्ते ढह गए
आज का भगवद् चिन्तन
दूसरों को नहीं स्वयं को बदलें
हमारा जीवन दूसरों से ज्यादा स्वयं की दृष्टि में श्रेष्ठ एवं पवित्र होना चाहिए। केवल किसी के बुरे कहने मात्र से हमारा जीवन बुरा नहीं बन जाता है। किसी से बदला लेने का नहीं अपितु स्वयं को बदल डालने का विचार ज्यादा श्रेष्ठ है। महत्वपूर्ण ये नहीं कि दूसरे हमको गलत कहते हैं अपितु ये है कि हम स्वयं गलत नहीं करते हैं। बदले की आग मशाल की तरह दूसरों से पहले स्वयं को ही जलाती है।
सहनशीलता के शीतल जल से जितना शीघ्र हो सके इस बदले की आग को रोकना ही बुद्धिमत्ता है। बदले की भावना हमारे समय को ही नष्ट नहीं करती अपितु हमारे स्वास्थ्य और जीवन तक को नष्ट कर जाती है। दुनिया को बदल पाना बड़ा मुश्किल है इसलिए स्वयं को बदलने में ही अपनी ऊर्जा को लगाना सुखी एवं आनंदमय जीवन का एक मात्र उपाय है।
आज का पंचांग
मंगलवार, नवम्बर 19, 2024
सूर्योदय: 06:47 ए एम
सूर्यास्त: 05:26 पी एम
तिथि: चतुर्थी – 05:28 पी एम तक
नक्षत्र: आर्द्रा – 02:56 पी एम तक
योग: साध्य – 02:56 पी एम तक
करण: बालव – 05:28 पी एम तक
द्वितीय करण: कौलव – 05:02 ए एम, नवम्बर 20 तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: मंगलवार
अमान्त महीना: कार्तिक
पूर्णिमान्त महीना: मार्गशीर्ष
चन्द्र राशि: मिथुन
सूर्य राशि: वृश्चिक