पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज आश्विन माह और अष्टमी तिथि का श्राद्ध है।
बड़े-बूढ़ों की सेवा करने वालों का मूल्यांकन है कि इन दिनों तीन तरह के वृद्ध हैं। एक वो हैं, जो शांति से अपनी वृद्धावस्था बिता रहे हैं। लेकिन कुछ जिद्दी हैं और कुछ क्रोधी हैं। क्रोध फिर भी उतने दुष्परिणाम बुढ़ापे में नहीं देता। लेकिन जो लोग जिंदगी भर जिद्दी रहे और बुढ़ापे तक आते-आते भी अपनी जिद नहीं छोड़ी, वो खुद भी कष्ट पाएंगे और उनकी देखरेख करने वालों को भी तकलीफ में डालते हैं।
हर मनुष्य का जीवन हताशा और प्रेरणा का घालमेल होता है। ऐसे लोग जब बूढ़े होते हैं, तो अपने जीवन की हताशा भरी और प्रेरणादायक घटनाओं को अलग-अलग नहीं कर पाते हैं और फिर बैठे-बैठे किसी घटना से किसी को जोड़ते रहते हैं।
आज का विचार
चुनौतिया ही जिंदगी को रोमांचक बनाती है और इसी से आपके ज़िन्दगी का महत्त्व निर्माण होता है। विपत्ति हीरे की धुल है, जिससे परामात्मा अपने रत्नों को चमकाता है।
आज का भगवद् चिन्तन
भगवद् अनुग्रह
साधनों से ईश्वर की प्राप्ति नहीं होती है अपितु ईश्वर की कृपा से ही साधन प्राप्त होते हैं। जो लोग गुरु चरणाश्रय, नामाश्रय या कथाश्रय के बिना ईश्वर की खोज में लगे हैं उनके लिए ईश्वर की प्राप्ति रेगिस्तान में पानी को खोजने जैसा ही है। ईश्वर की कृपा से ही ईश्वरीय मार्ग की प्राप्ति संभव है। सत्संग, कथा श्रवण और नाम जप से हृदय विकार मुक्त होता है और प्रभु कृपा करने को बाध्य हो जाते हैं।
संसार में अपनी बुद्धि, रूप, कुशलता, चातुर्यता, पद, धन किसी भी वस्तु पर अहम मत करना। ये सब तुम्हारी बुद्धि के कारण नहीं अपितु भगवद् अनुग्रह के कारण ही तुम्हें प्राप्त हुई हैं। भगवान की कथा और नाम को कभी भी छूटने मत देना क्योंकि प्रभु नाम ही इस मनुष्य जीवन की वास्तविक उपलब्धि भी है।
आज का पंचांग
बुधवार, सितम्बर 25, 2024
सूर्योदय: 06:11 ए एम
सूर्यास्त: 06:14 पी एम
तिथि: अष्टमी – 12:10 पी एम तक
नक्षत्र: आर्द्रा – 10:23 पी एम तक
योग: वरीयान् – 12:18 ए एम, सितम्बर 26 तक
करण: कौलव – 12:10 पी एम तक
द्वितीय करण: तैतिल – 12:12 ए एम, सितम्बर 26 तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: बुधवार
पूर्णिमान्त महीना: आश्विन
चन्द्र राशि: मिथुन
सूर्य राशि: कन्या
शक सम्वत: 1946