पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज आश्विन माह नवरात्र चतुर्थ दिवस है।
आज का पंचांग
रविवार, अक्टूबर 6, 2024
सूर्योदय: 06:17
सूर्यास्त: 18:01
तिथि: तृतीया – 07:49 तक
नक्षत्र: विशाखा – 24:11+ तक
योग: प्रीति – पूर्ण रात्रि तक
करण: गर – 07:49 तक
द्वितीय करण: वणिज – 20:51 तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: रविवार
अमान्त महीना: आश्विन
पूर्णिमान्त महीना: आश्विन
चन्द्र राशि: तुला – 17:34 तक
सूर्य राशि: कन्या
आज का विचार
हमारा जीवन सिर्फ ये सोचने में चला जाता है, कि हमारे पास क्या नही है, जबकि जो हमारे पास होता है हम उसका लाभ नही उठा पाते।
आज का भगवद् चिन्तन
चतुर्थ नवरात्रि की मंगल बधाई
दुनिया में केवल शक्ति सम्पन्न होने मात्र से ही कोई भी वन्दनीय नहीं बन जाता है अपितु उस शक्ति का सही व समय पर प्रयोग करने वालों को ही युगों – युगों तक स्मरण रखा जाता है। केवल सामर्थ्यवान होना पर्याप्त नहीं है अपितु उस सामर्थ्य को लोक मंगल एवं लोक कल्याण में लगाना ही जीवन की परम श्रेष्ठता एवं सार्थकता है।
अथाह शक्ति सम्पन्न होने पर भी माँ दुर्गा ने अपनी सामर्थ्य का प्रयोग कभी भी किसी निर्दोष को दण्डित करने हेतु नहीं किया अपितु केवल और केवल आसुरी वृत्तियों के नाश के लिए ही किया। शक्ति का गलत दिशा में प्रयोग ही तो पाप है।
साधन शक्ति सम्पन्न हो जाने पर कायर बनकर चुप बैठ जाना यह भी एक प्रकार से असुरत्व को बढ़ाने जैसा ही है। अपनी समस्त शक्ति व साधनों को मानवता की रक्षा में लगाने की प्रेरणा हमें माँ जग जननी भगवती से लेनी होगी तभी हम माँ के पुत्र कहलाने योग्य होंगे। नवरात्रि के चतुर्थ दिवस में माँ के “कूष्मांडा” स्वरुप का पूजन व वंदन किया जाता है।