पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।
कल शनिवार, 25 जनवरी को षट्तिला एकादशी है। इस तिथि पर व्रत-उपवास से साथ ही तिल से जुड़े 6 शुभ काम करने की परंपरा है, इसी वजह से इसका नाम षट्तिला एकादशी है। माघ मास के कृष्ण पक्ष की इस एकादशी पर पवित्र नदियों में स्नान और तुलसी पूजन करने की भी परंपरा है।
षट्तिला एकादशी पर दिन की शुरुआत ऐसे करें
जो लोग एकादशी व्रत करना चाहते हैं, उन्हें सुबह जल्दी उठना चाहिए। इस दिन नदी स्नान करने का विशेष महत्व है। अगर नदी स्नान नहीं कर पा रहे हैं तो घर पर ही पानी में गंगाजल और काले तिल मिलाकर स्नान कर सकते हैं।
स्नान के बाद घर के मंदिर में पूजा करें और भगवान विष्णु के सामने व्रत करने का संकल्प लें। विष्णु पूजा में भगवान की प्रतिमा का पीले वस्त्र और हार-फूल से श्रृंगार करें। तुलसी, तिल, धूप, दीप और पंचामृत अर्पित करें।
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जप करें।
पूजा में विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
एकादशी पर करें तिल से जुड़े 6 शुभ काम
1. तिल का स्नान में उपयोग।
2. तिल का उबटन।
3. तिल से हवन।
4. तिल का भोजन में उपयोग।
5. तिल का दान।
6. तिल से तर्पण।
षट्तिला एकादशी व्रत की विधि
सुबह भगवान के सामने व्रत करने का संकल्प लें और फिर पूरे दिन अन्न का सेवन न करें। फलाहार या केवल तिल से बनी चीजों का सेवन करें। दिनभर भगवान विष्णु की भक्ति करें, कथा सुनें और मंत्र जपें। इस तिथि पर कई भक्त रात में जागरण करते हैं और भगवान विष्णु का ध्यान करते हैं।
आज का विचार
किसी की सलाह से रास्ते जरूर मिलते हैं पर मंजिल तो ख़ुद की मेहनत से ही मिलती है
आज का भगवद् चिंतन
प्रयत्नशील बने रहें
असफल बन जाओ कोई बात नहीं लेकिन अप्रयत्नशील कभी मत बनो। असफल व्यक्ति के जीवन में सफल होने के शत प्रतिशत अवसर होते हैं, जब तक वो प्रयत्नशील बना रहे। असफल होकर हाथ खड़े कर देने का अर्थ है, कि युद्ध से पहले ही हार स्वीकार कर लेना। सम्मानीय एवं पूजनीय आपकी सफलता नहीं अपितु आपका संघर्ष, आपका प्रयत्न होता है।
असफलता जब भी आयेगी अपने महत्वपूर्ण अनुभव भी अवश्य बाँटकर जायेगी। निरंतर प्रयत्नशील बने रहें, सफलता मिले न मिले लेकिन सम्मान अवश्य मिलेगा। कभी-कभी गुच्छे की आखिरी चाबी भी ताले को खोल देती है, उसी तरह निरंतर प्रयासरत बने रहें एक न एक दिन आपके परिश्रम की चाबी सफलता के ताले को अवश्य खोल कर रख देगी।
आज का पंचांग
सूर्योदय: 07:13
सूर्यास्त: 17:54
तिथि: दशमी – 19:25 तक
नक्षत्र: अनुराधा – 07:07, जनवरी 25 तक
योग: वृद्धि – 05:09, जनवरी 25 तक
करण: विष्टि – 19:25 तक
द्वितीय करण: बव – पूर्ण रात्रि तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: शुक्रवार
अमान्त महीना: पौष
पूर्णिमान्त महीना: माघ
चन्द्र राशि: वृश्चिक
सूर्य राशि: मकर
प्रविष्टे/गते: 11