पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।
शिव जी ने गंगा को सिर पर धारण कर दिया संदेश
शिव जी ने गंगा को सिर पर धारण कर के यही संदेश साफ तौर पर दिया कि दिमाग में पवित्र विचार रखें।
शिव जी हिमालय के शिखर से ने गंगा को संसार के लिए बहाया। इसका संदेश है कि कितनी भी ऊंचाई पर पहुंच जाएं लेकिन तरल और सरल रहेंगे तो दुनिया के लिए कल्याणकारी हो सकते हैं।
गंगाजल घर में इसलिए रखा जाता है ताकि ये याद रहे कि गंगाजल की तरह पवित्र होकर जीवन रूपी यात्रा पर आगे बढ़ना है।
जीवन के आखिरी समय में भी मुंह में गंगाजल इसलिए डाला जाता है कि वो इंसान पूरे जीवन में अगर पवित्र नहीं हो पाया हो तो पवित्रता के साथ विदा हो जाए। ताकि नए जन्म में शुरुआत से ही पवित्रता को ज्ञान लेकर उसका जन्म हो।
गंगाजल जिस जगह से गुजरता है वहां की धरती और लोगों को बिना भेदभाव के समृद्ध करता है। इसी तरह हम भी जहां जाएं बिना भेदभाव सभी की मदद करें। निष्कलंक और पाप रहित जीवन जीना चाहिए, जिससे गंगा में जाकर पाप धोने की जरूरत न पड़े।
आज का विचार
अभिमान की ताकत फरिश्तो को भी शैतान बना देती है, और नम्रता साधारण व्यक्ति को भी फ़रिश्ता बना देती है
आज का पंचांग
सोमवार, जनवरी 6, 2025
सूर्योदय: 07:15
सूर्यास्त: 17:39
तिथि: सप्तमी – 18:23 तक
नक्षत्र: उत्तर भाद्रपद – 19:06 तक
योग: परिघ – 02:05, जनवरी 07 तक
करण: गर – 07:20 तक
द्वितीय करण: वणिज – 18:23 तक
क्षय करण: विष्टि – 05:25, जनवरी 07 तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: सोमवार
अमान्त महीना: पौष
पूर्णिमान्त महीना: पौष
चन्द्र राशि: मीन
सूर्य राशि: धनु
प्रविष्टे/गते: 23