पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।
जब हम कपड़े सिलवाते हैं, तो बदन हमारा होता है, नाप हमारा रहता है, कपड़े भी हमारे होते हैं। दर्जी तो सिर्फ सिलता है। लेकिन सारी खूबी उसकी सिलाई में है और तभी आपके बदन पर वो कपड़े फबते हैं। हमें समाज से बहुत कुछ मिलता है। समाज में जितने लोग हैं, वो हमें अलग-अलग विचार भी देते हैं। जो कुछ भी विचार, सूचनाएं, संकेत हमें समाज देता है, हमें उन्हें दर्जी की तरह ठीक से सिलना है और फिर उन्हें पहनना है।
विचार भी दो प्रकार के हैं, एक पहली बार के विचार और दो अनुभवजन्य विचार। अच्छे विचारों का तुरंत सदुपयोग करें, उन्हें आइडिया में बदलें। विचार जब इरादे बनते हैं, तो वो सच भी होते हैं। अच्छे विचारों की खूबी है कि उनमें गहराई, शुद्धता, स्पष्टता होती है।
उनका उपयोग करने में देर न लगाएं। बुरे विचारों को तत्काल दाएं-बाएं खिसका दें। उनका जरा भी धक्का लगा तो जिंदगी की चाल बिगड़ जाएगी। दर्जी जानता है, जरा सी कैंची या सुई गलत चल गई तो आकार बदल जाएगा। तो क्यों न हम वैसी ही सावधानी रखें।
आज का पंचांग
रविवार, अक्टूबर 27, 2024
सूर्योदय: 06:30
सूर्यास्त: 17:40
तिथि: एकादशी – पूर्ण रात्रि तक
नक्षत्र: मघा – 12:24 तक
योग: ब्रह्म – पूर्ण रात्रि तक
करण: बव – 18:34 तक
द्वितीय करण: बालव – पूर्ण रात्रि तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: रविवार
अमान्त महीना: आश्विन
पूर्णिमान्त महीना: कार्तिक
चन्द्र राशि: सिंह
सूर्य राशि: तुला
आज का विचार
अगर आपको जीवन में कुछ बड़ा करना है, बड़ा बनना है तो सबसे पहले अपने दिल से ये डर निकाल दीजिये कि अगर गलती हो गई तो क्या होगा। ये डर आप के आगे बढ़ने में सब से बड़ी रुकावट है।