पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज भाद्रपद की 3 गते है।
आज का पंचांग
रविवार, अगस्त 18, 2024
सूर्योदय: 05:52 ए एम
सूर्यास्त: 06:57 पी एम
तिथि: चतुर्दशी – 03:04 ए एम, अगस्त 19 तक
नक्षत्र: उत्तराषाढा – 10:15 ए एम तक
योग: आयुष्मान् – 07:51 ए एम तक
क्षय योग: सौभाग्य – 04:28 ए एम, अगस्त 19 तक
करण: गर – 04:31 पी एम तक
द्वितीय करण: वणिज – 03:04 ए एम, अगस्त 19 तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: रविवार
अमान्त महीना: श्रावण
पूर्णिमान्त महीना: श्रावण
चन्द्र राशि: मकर
सूर्य राशि: सिंह
आज का विचार
वह जो अपने प्रियजनों से अत्यधिक जुड़ा हुआ है। उसे चिंता और भय का सामना करना पड़ता है। क्योंकि सभी दुखों कि जड़ लगाव है। इसलिए खुश रहने कि लिए लगाव छोड़ दीजिए।
आज का भगवद् चिन्तन
प्रकृति ही परमात्मा है
परमात्मा जिसको भी और जब भी मिले संसार में अपने कर्तव्यों का निर्वाह करते ही मिले। जो संसार में रहकर भी अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वाह करना जानता है,वो परमात्मा के प्रेम का पात्र भी बन जाता है। संसार से दूर भागकर कभी भी परमात्मा को नहीं पाया जा सकता है। प्रकृति में परमात्मा नहीं, अपितु ये प्रकृति ही परमात्मा है। जगत और जगदीश अलग-अलग नहीं, एक ही तत्व हैं।
परमात्मा का जो हिस्सा दृश्य हो गया वह जगत है और जगत का हो हिस्सा अदृश्य रह गया वही जगदीश है। शास्त्रों का मत है कि केवल मूर्ति में नहीं अपितु कण-कण में भगवद् दर्शन करने वाला ही वास्तविक भक्त है। प्रत्येक वस्तु परमात्मा की है, अपनी मानते ही वह अशुद्ध हो जाती है। हम सब भी परमात्मा के ही अंश हैं। परमात्मा से अलग अपना अस्तित्व स्वीकार करते ही हम भी अशुद्ध हो जाते हैं। अपने आपको परमात्मा का समझकर सदैव श्रेष्ठ मार्ग की और अग्रसर बने रहो।