पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज षटतिला एकादशी व्रत है.
माघ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को षटतिला एकादशी का व्रत रखा जाता है, इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा का विधान है। मान्यता है कि इस तिथि पर पूजा पाठ और व्रत रखने से साधक के जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है, साथ ही विष्णु जी की कृपा से सभी कष्टों का निवारण भी होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार षटतिला एकादशी के दिन हर व्यक्ति को अन्न का दान करना चाहिए, इससे सृष्टि के संचालक प्रसन्न होते हैं। वहीं इस तिथि पर तिल का भी खास उपयोग किया जाता है।
आज का चिंतन
हमारा समय जिस दिशा में हमें लेकर जाना चाहता है, हमें उसी दिशा मे आगे बढना चाहिये। समय की धारा को केवल और केवल मात्र मनोबल की सहायता से ही जाना जा सकता है, इसके अतिरिक्त संसार में समय चक्र को समझाने वाली कोई दूसरी विद्या नहीं है।
आज का भगवद् चिन्तन
अनमोल मानव जीवन
यदि उस प्रभु ने हमें यह अनमोल मानव जीवन प्रदान किया है तो इसका श्रेष्ठतम उपयोग ही हमारी बुद्धिमानी है। मनुष्य का जीवन ही एक ऐसा जीवन है जिसे पाने के लिए देवता भी लालायित रहते हैं। सर्वप्रथम तो मनुष्य जीवन मिलना ही अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है लेकिन उसमे मनुष्यता का समाविष्ट हो जाना ही इस जीवन की परम सार्थकता है।
मनुष्यता जीवन रुपी वृक्ष का फल है। जो वृक्ष फल अथवा फूल रहित होगा वो सदैव मूल्यहीन बना रहेगा। हमारा प्रत्येक कर्म दूसरों के लिए प्रेरणादायी होना चाहिए। पशु, पक्षी, वृक्ष और नदियों का जीवन भी प्रकृति के लिए बहुत कुछ दे जाता है। स्वयं के लिए नहीं समष्टि के लिए जीना सीखिए, यही मनुष्य जीवन की श्रेष्ठतम उपलब्धि है।
ऐसे ही एक महान मानुष मित्र को मैं हृदय से धन्यवाद देता हूँ जो हमारे वास्ते संगम का जल ले आये, हम जा ना पाए उस परम्पर्मेश्वर ने संगम ही नहीं, सरयू और गंगोत्री का भी जल भिजवा दिया। क्या लीला है प्रभु आपकी। मैं धन्य हूँ इस सौभाग्यशालिता का ।
आज का पंचांग
शनिवार, जनवरी 25, 2025
सूर्योदय: 07:13
सूर्यास्त: 17:55
तिथि: एकादशी – 20:31 तक
नक्षत्र: ज्येष्ठा – पूर्ण रात्रि तक
योग: ध्रुव – 04:38, जनवरी 26 तक
करण: बव – 08:03 तक
द्वितीय करण: बालव – 20:31 तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: शनिवार
अमान्त महीना: पौष
पूर्णिमान्त महीना: माघ
चन्द्र राशि: वृश्चिक
सूर्य राशि: मकर
प्रविष्टे/गते: 12