पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।
आज का चिंतन
हम दुखी होने के बावजूद भी अगर हँसे तो हम सफलता की एक मंजिल चढ़ चुके हैं। सफलता और कुछ नही है, बस वो आपके परिश्रम का मीठा फल है.!
आज का भगवद् चिन्तन
जैसे भी रहो, प्रभु के रहो
तुम भले हो, बुरे हो, सज्जन हो, दुर्जन हो, पापी हो, पुण्यात्मा हो अथवा जैसे भी हो बस उस प्रभु के बनकर रहो। अपनी दुर्बलता का ज्यादा विचार करोगे तो आपके भीतर हीन भाव आ जायेगा और अपने सत्कर्मों व गुणों का ज्यादा बखान करोगे तो अहम भाव आ जायेगा। वास्तविकता तो यही है कि जीव की कोई सामर्थ्य नहीं है।
जीवन की जो भी प्राप्ति है, सब प्रभु की कृपा ही है। गोविन्द की कृपा के बल पर ही काम-क्रोध और विषय- वासना से मुक्त हुआ जा सकता है और उनकी कृपा से ही माया पर विजय प्राप्त की जा सकती है। बस जीवन में सदैव इस बात के लिए प्रयत्नशील बने रहें कि प्रभु चरणों में हमारी प्रीति बढ़ती रहे, संत वचनों में विश्वास बढ़ता रहे और प्रभु कथा में अनुराग बढ़ता रहे। तुम्हें प्रभु सन्मुख होने भर की देरी है, फिर जैसे भी हों उस प्रभु के ऊपर छोड़ दीजिए, प्रभु सब संभाल लेंगे।
सनमुख होइ जीव मोहि जबहीं ।
जन्म कोटि अघ नासहिं तबहीं ।।
सूर्योदय और चंद्रोदय
सूर्योदय | 06:16 पूर्वाह्न |
सूर्यास्त | 06:02 अपराह्न |
चंद्रोदय | 10:35 पूर्वाह्न |
चंद्रास्त | 01:04 पूर्वाह्न, मार्च 07 |
कैलेंडर
तिथि | शनिवार सुबह 10:50 बजे तक |
नक्षत्र | रोहिणी 12:05 AM, मार्च 07 तक |
अष्टमी | |
मृगशिरा | |
योग | विष्कम्बा 08:29 PM तक |
करण | वनीजा सुबह 10:50 बजे तक |
प्रीति | |
विष्टि रात्रि 10:01 बजे तक | |
काम करने के दिन | गुरूवार |
बावा | |
पक्ष | शुक्ल पक्ष |
चन्द्र मास, संवत और बृहस्पति संवत्सर
विक्रम संवत | 2081 पिंगला |
संवत्सर | पिंगला 02:14 PM, अप्रैल 29, 2024 तक |
शक संवत | 1946 क्रोध |
कलायुक्त | |
गुजराती संवत | 2081 नाला |
चन्द्रमासा | फाल्गुन – पूर्णिमांत |
दायाँ/गेट | 23 |
फाल्गुन – अमंता |
राशि और नक्षत्र
राशि | वृषभ |
नक्षत्र पद | रोहिणी सुबह 06:50 बजे तक |
सूर्य राशि | कुम्भ |
रोहिणी दोपहर 12:33 बजे तक | |
सूर्य नक्षत्र | पूर्वा भाद्रपद |
रोहिणी 06:18 PM तक | |
सूर्य पद | पूर्वा भाद्रपद |
रोहिणी 12:05 AM, मार्च 07 तक | |
मृगशिरा 05:54 AM, मार्च 07 तक | |
मृगशिरा |